संजीव, भागलपुर : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है. हर दिन औसतन 80 से 100 मामले सामने आ रहे हैं. कभी-कभी पॉजिटिव केस की संख्या एक दिन में डेढ़ सौ को पार कर गयी. दूसरी ओर रिकवरी रेट (मरीजों के ठीक होने का दर) में भारी इजाफा होता चला गया है. शुरुआती दिनों में रिकवरी रेट 20 प्रतिशत थी, वहीं आज यह रेट 90.09 प्रतिशत पर पहुंच गया है.
16 सितंबर को जारी स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े के मुताबिक राज्य में कोरोना वायरस के मरीजों के ठीक होने का दर 91.16 प्रतिशत रहा. भागलपुर में यह दर 90.09 प्रतिशत पर पहुंचा है. उम्मीद की जा रही है कि राज्य स्तर के रिकवरी रेट को भागलपुर जल्द ही पार कर जायेगा.
मई से सितंबर तक के रिकवरी रेट के आंकड़ों पर गौर करें, तो जुलाई में भागलपुर अपने ही आंकड़े से पीछे रह गया था. आंकड़ों पर गौर करें, तो 30 अप्रैल को इसका रिकवरी रेट 20 प्रतिशत, 31 मई को 32 प्रतिशत, 30 जून को 84.90 प्रतिशत, 31 जुलाई को 76.16 प्रतिशत, 31 अगस्त को 86.03 प्रतिशत, 11 सितंबर को 87.81 और 16 सितंबर को 90.09 प्रतिशत पर पहुंच गया.
कोरोना से लड़ने के लिए अभी तक कोई दवा मरीजों के हाथों तक नहीं पहुंच पायी है. ऐसे में तत्काल राहत देनेवाली दवा, ऑक्सीजन और चिकित्सकों की सूझ-बूझ से ही कल तक भागलपुर कोरोना वायरस से लड़ रहा था. अब भागलपुर के पास इस वायरस से लड़ने के लिए दो-दो हथियार आ गये हैं. जिला प्रशासन के सहयोग व स्वास्थ्य विभाग की सहमति से यहां प्लाज्मा इंफ्यूजन से इलाज किया जा रहा है. मरीजों को मानसिक रूप से दुरुस्त रखने के लिए म्यूजिक थेरेपी का सहारा लिया जा रहा है.म्यूजिक थेरेपी का मरीजों के मनोभाव पर बेहतर असर पड़ रहा है.
posted by ashish jha