भागलपुर : अंतत: नगर निगम ने गुरुवार को बरारी श्मशान घाट स्थित विद्युत शवदाह-गृह को चालू कर दिया. यह सातो दिन 24 घंटे खुला रहेगा. मेयर सीमा साहा और डिप्टी मेयर राजेश वर्मा ने इसे चालू कराया. पहले दिन आठ शवों का अंतिम संस्कार हुआ. इस दौरान किसी से भी पैसे नहीं लिये गये. इस दौरान मेयर ने कहा कि जब तक कोरोना काल है किसी से पैसे नहीं लिये जायेंगे, जबकि उप नगर आयुक्त ने कहा कि चार्ज को लेकर जल्द बैठक होगी और दर का निर्धारण होगा.
बता दें कि बरारी घाट पर वर्षों से इस विद्युत शवदाह गृह का काम अधूरा था. इसे शुरू कराने को लेकर प्रभात खबर ने लगातार अभियान चलाया. इसके बाद इसे बुडको के लोगों ने तैयार कराया, पर निगम ने इसे चालू करने की कोई कोशिश नहीं की. इसी बीच भागलपुर के एक बड़े बैंक अधिकारी की कोरोना से मौत हो गयी और उनकी पत्नी को घाट पर रहनेवालों ने अंतिम संस्कार के लिए काफी परेशान किया.
भारी पैसे की मांग और अन्य हुज्जत के कारण वह पति की लाश को लावारिस अस्पताल में छोड़ कर चली गयीं. प्रभात खबर ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया और इस पर भागलपुर के प्रभारी जिलाधिकारी ने संज्ञान लिया. उन्होंने निगम को बुधवार को कड़ी फटकार लगा कर इसे चालू कराने को कहा. फटकार के दूसरे ही दिन गुरुवार को निगम ने इसे चालू करा दिया. निगम ने यहां अंतिम संस्कार के लिए तीन और विद्युत संचालन के लिए तीन कर्मियों की तैनाती की है.
डिप्टी मेयर राजेश वर्मा ने कहा कि ईश्वर से कामना है कि अकाल मृत्यु के शिकार कम से कम लोग यहां पहुंचे. फिलहाल सेवा निःशुल्क है. आगे इसकी न्यूनतम दर तय की जायेगी.
उप नगर आयुक्त सतेंद्र प्रसाद वर्मा ने कहा कि शवदाह-गृह में अभी नि:शुल्क व्यवस्था है. शुल्क का निर्धारण बैठक कर तय कर लिया जायेगा.
मेयर सीमा साहा ने कहा कि कोरोना संक्रमण तक विद्युत शवदाह-गृह में अंतिम संस्कार नि:शुल्क होगा. पैसे लेने की बात सामने आयी, तो कड़ी कार्रवाई होगी.