Bihar Dengue News: बिहार में डेंगू के मामले लगातार बढ़ ही रहे हैं. डेंगू मरीजों की संख्या 2000 के आंकड़े को पार कर चुकी है जिसमें कई लोग स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं जबकि कई मरीज अस्पताल में भर्ती ही हैं. पटना व भागलपुर में डेंगू ने अधिक कहर बरपाया है. भागलपुर में डेंगू मरीज के माैत का सिलसिला थम नहीं रहा. शुक्रवार को एक और मरीज की मौत हो गयी हालांकि डेंगू संक्रमित होने के बाद मरीज स्वस्थ हो गया था और हार्ट अटैक से उसकी मौत हुई है.
भागलपुर में लाजपत पार्क के पास एक निजी नर्सिंग होम में इलाज करा रहे डेंगू के संदिग्ध मरीज व भतौड़िया नाथनगर निवासी व्यक्ति की मौत हो गयी. बीते 17 सितंबर को रैपिड किट जांच में वह डेंगू पॉजिटिव पाये गये थे. तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें नर्सिंग होम में भर्ती किया गया. मृतक नाथनगर के डॉक्टर के क्लिनिक में कंपाउंडर का काम करते थे. मिली जानकारी के अनुसार मरीज की मौत हार्ट अटैक से हुई है. वह डेंगू बीमारी से स्वस्थ हो चुके थे.
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भागलपुर जिले में डेंगू के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं. शुक्रवार को मायागंज अस्पताल में जांच के बाद 36 नये मरीज की पहचान हुई. वहीं सदर अस्पताल में जांच के बाद सात नये डेंगू के मरीज मिले. जिले में कुल मिलाकर 43 डेंगू के मरीज मिले. मायागंज अस्पताल के प्रबंधक सुनील कुमार ने बताया कि शुक्रवार को डेंगू के कुल मरीज की संख्या 126 रही. वहीं स्वस्थ होने के बाद 32 मरीजों को डिस्चार्ज कर घर भेजा गया. 28 नये डेंगू के संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया गया. इनके जांच की प्रक्रिया जारी है. अस्पताल से दो मरीज बिना बताये बेड छोड़कर चले गये. 126 में से 86 मरीज फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल में, एमसीएच बिल्डिंग में बने डेंगू वार्ड में 26 तो मेडिसिन विभाग के एचडीयू में कुल 14 मरीज इलाजरत हैं. इस सीजन में कुल डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ कर 586 हो गयी. वहीं स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, तीन डेंगू मरीजों की मौत हुई है.
छपरा में भी डेंगू का कहर जारी है. जिले की रिविलगंज पंचायत के दो लोगों की डेंगू से मौत हो गयी. दोनों डेंगू होने के बाद पटना के निजी अस्पताल में इलाजरत थे. मृतकों में नगर पंचायत के नयका बड़का बैजू टोला वार्ड 16 निवासी 35 वर्षीय युवक व इसी वार्ड के अवकाश प्राप्त शिक्षक शामिल हैं. परिजनों ने दोनों की मौत डेंगू से होने की पुष्टि की है. तीन दिन पहले दिघवारा के मटिहान पंचायत के भी एक व्यक्ति की मौत डेंगू से हो गयी थी. वह भी डेंगू होने के बाद पटना में इलाजरत थे. सारण जिले में रिविलगंज व दिघवारा डेंगू से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र बन गया है. दिघवारा में अब तक कुल 14 डेंगू के मरीज मिले हैं. वहीं, रिविलगंज में भी अलग-अलग वार्डों में डेंगू के सात मरीज मिले हैं. इसके बाद प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है. छपरा सदर अस्पताल में भी चार मरीज इस समय डेंगू वार्ड में भर्ती हैं. सदर अस्पताल में अब तक डेंगू के 36 मरीज इलाज के लिए आये हैं. इनमें से अधिकतर चार से पांच दिनों के इलाज के बाद स्वस्थ हो गये. वहीं, कुछ मरीजों को पीएमसीएच भी रेफर किया गया है.
पटना जिले में डेंगू के मामले में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. शुक्रवार को पटना के कई अंचलों में 106 डेंगू मरीजों की पुष्टि हुई है. इसके साथ ही जिले का आंकड़ा 1187 तक पहुंच गया. पाटलिपुत्र अंचल में सबसे अधिक 38 डेंगू के मरीज मिले. वहीं कंकड़बाग अंचल में 6, बांकीपुर में 13, दानापुर में 3, फुलवारी शरीफ में 3, अजिमाबाद में 2, पटना सिटी में 4, बाढ़ और बख्तियारपुर में एक-एक मरीज मिले. इसके साथ ही अन्य मरीजों की भी पुष्टि हुई है. जिले के चार सरकारी अस्पतालों में कुल 76 डेंगू मरीज भर्ती है. पीएमसीएच में आठ बेड रिजर्व हैं जिनमें चार पर मरीज भर्ती हैं. वहीं आइजीआइएमएस और एनएमसीएच में 5-5 बेड रिजर्व किया गया है.
बेगूसराय में डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. प्रतिदिन डेंगू के दर्जन भर से अधिक मामले सामने आ रहे हैं. शुक्रवार को फिर से डेंगू के 25 नये मरीजों की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने की है. सरकारी रिपोर्ट के अनुसार बेगूसराय में 22 सितंबर तक डेंगू के कूल 208 मामले हो चुके हैं. जबकि इससे इतर शहर के निजी नर्सिंग होम में 500 से अधिक डेंगू के मरीज इलाजरत है. नगर निगम क्षेत्र का वार्ड संख्या-35,39 व 42 डेंगू का हब बन चुका है. वहीं बेगूसराय के कोने-कोने में डेंगू मरीज की पुष्टि होनी अब शुरू हो गयी है. पुलिस लाइन में कार्यरत दो महिला सिपाही डेंगू जांच में पॉजिटिव आयी है. वहीं नागदह से दो, मटिहानी से एक, हरख से एक, कैथमा से एक, पोखड़िया से चार, बिष्णुपुर से दो चट्टी रोड से दो,सर्वोदय नगर से एक समेत अन्य जगहों से डेंगू मरीजों की पहचान हुई है. जिले के सदर अस्पताल,अनुमंडलीय अस्पताल समेत पीएचसी में 97 बुखार से पीड़ित मरीजों की जांच की गयी. इनमें से 25 मरीज डेंगू पीड़ित पाये गये.वहीं वर्तमान समय में सदर अस्पताल 9 मरीजों का इलाज चल रहा है,जबकि 63 मरीजों के ठीक होने के बाद उन्हें डिस्चार्ज किया जा चुका है.जबकि निजी अस्पतालों एवं लैब में सैकड़ों लोग प्रतिदिन डेंगू की जांच करवा रहे हैं.