गंगा का जलस्तर बढ़ने से नाथनगर व सबौर क्षेत्र के अधिकतर गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में लगातार पानी बढ़ने से लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है. रत्तीपुर बेरिया व शंकरपुर दियारा के अधिकतर घर जलमग्न हाे गये हैं.
दिलदारपुर, अजमेरी, मोहनपुर, विशनपुर, रसदपुर में बाढ़ का पानी घुसने लगा है. श्रीरामपुर, गोलाहू, राघोपुर, माधोपुर, मोदीपुर, नवटोलिया, मिर्जापुर, मुरारपुर, 22 बिग्घी, गोसाइदासपुर, मथुरापुर, हरिदासपुर, शाहपुर बेलखोरिया पंचायत अंतर्गत गोविंदपुर, राजपुर, नवटोलिया, भतुआचक, मनियारपुर आदि गांव के लोग सजग होने लगे हैं.
सबौर के रजंदीपुर, इंग्लिश फरका, बाबूपुर दर्जन गांवों में कई घर में गंगा का पानी घुस गया है. जियाउद्दीपुर चौक की सड़क पर पानी चढ़ गया है. स्थानीय कन्हैया मंडल ने बताया कि अब तक राहत की कोई व्यवस्था नहीं है. शहरी क्षेत्र के सीटीएस के समीप, टीएनबी कॉलेजिएट, टिल्हा कोठी, इवनिंग कॉलेज परिसर में बाढ़ पीड़ित आश्रय स्थली बनाने लगे हैं. गंगा का पानी दोगच्छी के आगे पहुंचने लगा है.
शंकरपुर दियारा, रत्तीपुर बेरिया, दिलदारपुर आदि क्षेत्रों में 25 फीसदी घर ऐसे थे, जो ऊंचे स्थान पर बनने से पानी नहीं घुसा था, लेकिन उनकी पूरी खेती जलमग्न हो गयी. कोई ऊंचे स्थान पर तंबू बना कर, तो कोई पानी के बीच मचान या छत पर तंबू बना कर रहने, तो कोई शहर में विभिन्न स्थानों पर बनाये गये शिविर में रहने को विवश हैं.
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बाढ़ के पानी से टीएमबीयू प्रशासनिक भवन के पीछे के हिस्से में पानी तेजी से फैलना शुरू हो गया है. विवि के प्रॉक्टर के सरकारी आवास के पिछले हिस्से में भी पानी भरना शुरू हो गया है. सीनेट हाॅल से सटे हिस्से में भी पानी अा गया है. विवि के पीछे स्थित सिटी कॉलेज व पीएनए साइंस काॅलेज जाने वाला रास्ता डूब गया है.
नाथनगर के दियारा इलाके में गंगा का पानी लगातार बढ़ने व गांव में बाढ़ आने की खबर शुक्रवार को प्रभात खबर में प्रमुखता से छपने के बाद नाथनगर प्रशासन की नींद खुली. शनिवार को सीओ ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र रतीपुर बैरिया पंचायत का निरीक्षण किया. सीओ से प्रभावित लोगों ने पॉलीथिन, वैकल्पिक शौचालय व पीने का पानी की व्यवस्था करने की मांग की. बैरिया पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अरविंद यादव ने बताया कि सीओ ने बैरिया, रसीदपुर भिठ, रसीदपुर दियारा का निरीक्षण किया है.
पीड़ितों ने नाव, पॉलीथिन और वैकल्पिक शौचालय निर्माण कराने की मांग की है. लोगों को अब भी जरूरी सामान की व्यवस्था नहीं करायी गयी है. बाढ़ को लेकर नाथनगर प्रशासन की तैयारी इस बार आधी अधूरी है. लोगों का आरोप है कि अभी तक जिस तेजी से उनकी ओर प्रशासन का ध्यान जाना चाहिए नहीं जा रहा है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan