बिहार में पिछले कुछ दिनों से रूक-रूक कर हो रही बारिश व नेपाल की बारिश की वजह से सूबे की प्रमुख नदियों में उफान है. गंडक, बागमती, कोसी व परमान नदी लाल निशान के पार बह रही है. प्रदेश में बाढ़ के हालात बन गए हैं जानिए पटना समेत अन्य जिलों में नदियों का क्या हाल है..
पटना में गंगा के जलस्तर में शनिवार को कमी आयी. दीघा घाट में शुक्रवार की अपेक्षा 10 सेंटीमीटर व गांधी घाट में दो सेंटीमीटर की कमी हुई. गंगा का जलस्तर घटने से राहत मिली है. हालांकि गंगा रीवर फ्रंट पर अब भी पानी है. गांधी घाट में खतरे के निशान से मात्र चार सेंटीमीटर नीचे है. दीघा घाट में खतरे के निशान से 78 सेंटीमीटर नीचे है. गंगा के जलस्तर में कमी से दीघा के बिंद टोली में जानेवाले रास्ते में पानी कमा है. शनिवार को गांधी घाट में गंगा का जलस्तर 48.56 मीटर है.
भागलपुर में गंगा नदी और कोसी नदी के जलस्तर में शनिवार को भी बढ़ोतरी जारी रही. जिले की दोनों प्रमुख नदियां खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी है. भागलपुर शहर के गंगा घाटों पर पानी और अधिक ऊपर चढ़ गया है. जल संसाधन विभाग पटना द्वारा जारी फोरकास्ट के अनुसार गंगा नदी खतरे के निशान से 55 सेंटीमीटर नीचे और कोसी नदी खतरे के निशान से 25 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. गंगा नदी का जलस्तर 16 सेंटीमीटर बढ़कर 33.13 मीटर तक पहुंच गया. गंगा नदी का खतरे का निशान 33.68 मीटर है. शहर के बूढ़ानाथ घाट, विश्वविद्यालय घाट, किलाघाट, विसर्जन घाट, बरारी वाटर वर्क्स, बरारी पुल घाट और श्मशान घाट में पानी 3 से 4 मीटर ऊपर चढ़ा है. वहीं शहर से सटे दियारा पर स्थित गांव के चारों ओर पानी तेजी से फैल रहा है.
सुपौल में नेपाल के सीमा क्षेत्र कुनौली वार्ड नंबर 13 स्थित महादलित बस्ती में नेपाल से आने वाला खारो नदी का पानी बह रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि नदी में पानी अधिक है. जिस कारण उनलोगों की चिंता बढ़ गयी है. वहीं कोसी नदी में भी अभी उफान है. कोसी क्षेत्र के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं.
कटिहार जिले के सभी प्रमुख नदियों के जलस्तर में शनिवार को वृद्धि दर्ज की गयी है. हालांकि महानंदा नदी के जलस्तर में फिर से वृद्धि शुरू हो गयी है. इस नदी का जलस्तर झौआ, बहरखाल, आजमनगर, कुर्सेला, धबोल व दुर्गापुर में बढ़ रही है. जबकि गोविंदपुर में जलस्तर घट रही है. इस नदी के घटते-बढ़ते जलस्तर से कई क्षेत्रों में कटाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. दूसरी तरफ गंगा, कोसी, बरंडी व कारी कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है. गंगा, कोसी व बरंडी नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान से ऊपर हो चुकी है.
गोपालगंज नेपाल में हो रही बारिश से गंडक नदी का जल स्तर हर घंटे घट-बढ़ रहा है. शनिवार को गोपालगंज में गंडक नदी चौथे दिन भी खतरे के निशान से 20 सेमी ऊपर बह रही है. वाल्मीकिनगर बराज से डिस्चार्ज घट कर 1.42 से 1063 लाख क्यूसेक तक रेकॉर्ड किया गया. हालांकि डिस्चार्ज का बढ़ना जारी था. दो लाख क्यूसेक तक डिस्चार्ज के जाने की संभावना था. नदी के मिजाज से तटबंधों पर कटाव का खतरा बना हुआ है. जलसंसाधन विभाग के अभियंता अलर्ट मोड में है. हालांकि तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित है. इंजीनियरों की टीम 24 घंटे निगरानी करने में जुटी है.
बगहा के वाल्मीकिनगर में गंडक बराज से शनिवार समाचार प्रेषण तक अपस्ट्रीम से एक लाख 69 हजार क्यूसेक पानी गंडक नदी में छोड़ा गया है. बीते दो दिनों में बराज के जल स्तर में गिरावट दर्ज की गई थी. किंतु बीते दो दिनों से नेपाल के जल अधिग्रहण वाले क्षेत्रों में हो रही रुक-रुक कर बारिश के कारण गंडक बराज का जलस्तर फिर बढ़ने लगा है.
समस्तीपुर के मोहनपुर में गंगा नदी के जलस्तर में शनिवार को कमी दर्ज की गयी. सरारी कैंप पर तैनात जल संसाधन विभाग के कनीय अभियंता जितेश रंजन ने बताया कि गंगा का जलस्तर 45.60 मीटर तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर नीचे है.