बिहार: भागलपुर के जेएलएनएमसीएच में खून की खरीद-बिक्री का धंधा जारी है. शनिवार को अस्पताल प्रशासन ने खून बेचने आये तीन युवकों को चिन्हित कर पुलिस के हवाले कर दिया. जबकि मौका देख कर मुख्य दलाल भाग निकला. बरारी थाना पुलिस तीनों युवकों को हिरासत में ले कर सघन पूछताछ कर रही है. हिरासत में लिये गये युवकों में नाथनगर के चंपानगर बड़ी मस्जिद निवासी हारूण अंसारी, इस्लामनगर का मो अमन और नाथनगर कौवाकोली निवासी रोहित कुमार हैं.
जानकारी मिली है कि जब रक्तदान के लिए युवकों की हीमोग्लोबिन की जांच की गयी थी तो पता चला कि युवकों हीमोग्लोबिन कम है. ब्ल्ड बैंक इंचार्ज डाॅ दिव्या सिंह ने बताया कि हीमोग्लोबिन कम पाये जाने के बाद दोनों युवकों को रक्तदान के लिए अयोग्य पाया गया और उसे वापस कर दिया गया. लेकिन दोनों युवकों द्वारा फिर बाहर से एक फर्जी रिपोर्ट ला कर खुद को रक्तदान के लिए योग्य बताने का प्रयास किया गया. इसके बाद लैब टेक्निशियन को शक हुआ. पूछताछ की गयी तो पता चला कि तीनों में से दो युवकों ने पहले भी पैसे लेकर रक्तदान किया था.
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बताया जा रहा है कि शिशु वार्ड में भर्ती एक साल साल की बच्ची के लिए रक्त का इंतजाम किया जा रहा था. इस दौरान यह मामला उजागर हुआ. इधर पुलिस की पूछताछ में इस बात का पता चला है कि तीनों में से प्रत्येक को 2500 – 2500 रुपये का प्रलोभन दे कर रक्तदान करने के लिए अस्पताल लाया गया था. तीनों को पुलिस के हवाले कर दिया गया है, हालांकि दलाल मौके से भाग निकला. अब पुलिस मामले में खून के कारोबार से जुड़े मुख्य सरगना और अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है. पहले भी इस तरह के गिरोह के सदस्यों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.