बिहार में बाढ़ का कहर जारी है. अररिया जिले के सिकटी प्रखंड अंतर्गत कौआकोह पंचायत का पड़रिया गांव इन दिनों भीषण कटाव की चपेट में है. बकरा नदी के किनारे बसे ग्रामीणों का घर बार कटान की चपेट में आकर तबाह व बर्बाद हो रहा है. वहीं किसानों को फसल क्षति के रूप में गंभीर नुकसान झेलना पड़ रहा है. कटान की वजह से तबाही झेल रहे पड़रिया वार्ड संख्या 02 के ग्रामीण मजबूरन गांव से कहीं ओर पलायन के लिये मजबूर हो रहे हैं. इधर बकरा नदी का कटान रौद्र रूप ले चुका है. इसे लेकर लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त है.
इधर कटान प्रभावित परिवारों की मानें तो नदी में जारी भीषण कटान की सूचना प्रखंड से लेकर जिलास्तरीय अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है. पंचायत से लेकर उच्च स्तरीय जनप्रतिनिधियों को ग्रामीण अपनी समस्या से अवगत कराते हुए जरूरी मदद की गुहार लगा चुके हैं. बावजूद इसके ग्रामीणों को कहीं से कोई राहत मिलता नहीं दिख रहा है. आलम ये कि ग्रामीण बांस-बल्लों के सहारे कटान रखने का असफल प्रयास कर रहे हैं. इधर लगभग 200 घरों के नदी के कटान की भेंट चढ़ने की संभावना निरंतर प्रबल हो रही है. कहीं से कोई मदद नहीं मिलता देख ग्रामीण हताशा व निराशा के आलम में अपना जीवन बसर कर रहे हैं.
नदी के कटान तबाह हो रहे ग्रामीणों बीते 07 जुलाई को ही जिलाधिकारी को आवेदन देकर इस प्रभावी नियंत्रण को लेकर जरूरी पहल की मांग कर चुके हैं. बावजूद इसके किसी तरह के प्रशासनिक मदद से ग्रामीण अब तक वंचित हैं. पड़रिया वार्ड संख्या 01 व 02 के सैकड़ों ग्रामीणों के हस्ताक्षर युक्त आवेदन में कहा गया है कि ग्राम पंचायत राज कौआकोह पंचायत अंतर्गत पड़रिया गांव पूरब टोल व पश्चिम टोल का वार्ड संख्या 01 व 02 में बकरा नदी के जलस्तर पर बार-बार उफान की वजह से कटान की समस्या गंभीर रूप ले चुका है. अब तक लगभग 20 घर नदी के कटान की भेंट चढ़ चुके हैं. कटान की जो भयावह स्थिति बनी हुई इससे करीब 500 घरों के अस्तित्व पर संकट बना हुआ है.
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नदी के किनारे अवस्थित प्राथमिक विद्यालय पड़रिया का भी दो कमरा नदी के कटान की भेंट चढ़ चुका है. कटान रोकने का कोई वैक्लिपक इंतजाम जल्द नहीं किया जाता है. तो स्कूल समेत पड़रिया गांव के ये दोनों वार्ड का अस्तित्व हमेशा के लिये खत्म होने की बात आवेदन में कही गयी है. मामले की जांच कर नदी का चिरान कराने व व कटाव रोधी कार्य संपन्न कराने की मांग ग्रामीणों ने आवेदन के माध्यम से जिलाधिकारी से की है. पत्र की प्रतिलिपि संबंधित अन्य विभागों को उपलब्ध कराने की जानकारी ग्रामीणों ने दी. आवेदन देने वालों में शुमार ग्रामीण दिलीप मंडल, सदानंद मंडल, परमानंद मंडल सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में बकरा अपना रौद्र रूप धारण कर चुका है.