भागलपुर जिला के नाथनगर के लालूचक से किशोर का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गयी. हत्या के बाद किशोर का हाथ काट लिया गया और शव छिपाने के लिए जमीन के अंदर गाड़ दिया गया. बुद्धुचक दियारा में बुधवार सुबह उसका शव क्षत-विक्षत अवस्था में मिला. शव की पहचान बुद्धुचक के गौरी मंडल के पुत्र जितेंद्र कुमार (17) के रूप में की गयी. जितेंद्र 16 अप्रैल की शाम पांच बजे से घर से निकलने के बाद से लापता था.
सिटी डीएसपी प्रकाश कुमार ने बताया कि हत्या के पीछे कारणों का पता लगाया जा रहा है. जल्द ही अपराधियों को पकड़ा जायेगा. पिता ने नाथनगर थाने में 17 अप्रैल को छोटे बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी थी. मृतक के पिता गौरी मंडल ने कहा कि 16 अप्रैल की शाम बेटा घर से निकला था. कुछ देर बाद ही बुद्धुचक निवासी मुकेश मंडल का पुत्र सुनील कुमार बेटे को घर पर खोजने भी आया था. पिता ने सुनील पर ही बेटे की हत्या का आरोप लगाया है. फिलहाल पुलिस सुनील को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
ग्रामीणों ने जमुनिया घाट किनारे शव को जमीन के अंदर गड़ा देखा और जितेंद्र के परिजनों ने कपड़े से शव की शिनाख्त की. नाथनगर पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से मिट्टी खुदाई करा जमीन के अंदर गड़े शव को बाहर निकाला. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया.
किशोर के दोनों हाथ कटे हुए थे, जबकि गले पर किसी धारदार हथियार से रेतने का गहरा निशान था. मृतक की मां ने कहा कि छोटे बेटा कई गंभीर बीमारी से ग्रसित था. दो साल तक इलाज कराने के बाद वह पूरी तरह स्वस्थ हो चुका था. इलाज में काफी खर्च से घर की आर्थिक स्थिति खराब हो गयी थी. इस कारण मैट्रिक के बाद जितेंद्र की पढ़ाई भी छूट गयी थी.
गांव के ही मुकेश मंडल के पुत्र सुनील मंडल के पास छोटे बेटे का रुपये फंसा हुआ था. इसे बार-बार मांगने के बावजूद वह नहीं लौटा रहा था. दोनों के बीच मोबाइल में किसी गेम को लेकर बाजी लगी थी. इसमें बेटे ने 50 हजार रुपये जीता था, लेकिन सुनील बेटे को रुपये नहीं दे रहा था. इस बीच बीते 16 अप्रैल की शाम से बेटा घर से निकलने के बाद से लापता था.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan