परंपरा के अनुसार हर साल की तरह इसबार भी रविवार को अजगैवीनाथ मंदिर से संकल्प के साथ गंगाजल बाबा वैद्यनाथ के विवाह के लिए देवघर भेजा गया. बाबा वैद्यनाथ के विवाह से पहले इसी गंगाजल से उनका अंतिम अभिषेक होता है. अजगैवीनाथ मंदिर के स्थानापति महंत प्रेमानंद गिरी संकल्प के साथ मंदिर के स्थायी पंडा युगल किशोर मिश्र को ससम्मान गंगाजल लेकर बाबा वैद्यनाथ धाम भेजा. इसके बाद सुबह में अजगैवीनाथ मंदिर में सरकारी पूजन किया गया. स्थानपति महंत ने बताया कि अजगैवी मंदिर से गंगा जल भेजने की परंपरा सदियों पुरानी है.
अजगैवीनाथ सहित प्रखंड के सभी शिव मंदिरों में महाशिवरात्रि की तैयारी पूरी कर ली गयी है. बाबा अजगैवीनाथ मंदिर को आकर्षक ढंग से सजाया गया है. बाबा का मंडप सोमवार को होगा. मंगलवार को बरात निकलेगी.
महाशिवरात्रि पर मंगलवार को बाबा अजगैवीनाथ का चार प्रहर रुद्राभिषेक होगा. जिसमें दूध, गन्ना का रस, दही, मधु, गंगाजल आदि से विधि-विधान पूर्वक पूजा-अर्चना की जायेगी. तब रात्रि के तीन बजे विवाह की रस्म पूरी होगी. उसके बाद दो घंटे तक मंदरि का पट बंद रहेगा. बुधवार की सुबह पांच बजे सरकारी पूजन के बाद भक्त पूजा करेंगे.
भागलपुर सह पूर्णिया प्रमंडल के उपश्रम आयुक्त गोविंद जी ने अपनी सेवानिवृत से एक दिन पहले परिवार के साथ बाबा अजगैवीनाथ की पूजा की. यहां आने पर शहर के सामाजिक व राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों ने उन्हें अंग वस्त्र व अजगैवीनाथ मंदिर का स्मृति चिह्न भेंट किये. मौके पर प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष विनय शर्मा, नवर्तमान वार्ड पार्षद रामायण शरण के अलावा दिनकर मंडल, अनुज साह, सुबोध सिंह आदि मौजूद थे.