भागलपुर. केंद्रीय बजट में सोना पर एक्साइज ड्यूटी लगाने के बाद से ही सोना- चांदी की कीमत बढ़ने लगी है, तीन दिनों के अंदर सोना- चांदी पर तीन से चार हजार तक उछाल दर्ज किया गया, लगन के दौरान एक माह के अंदर सोना-चांदी के भाव में उतार-चढ़ाव जारी रहने से शहर के सर्राफा व्यवसायियों को चिंता सताने लगी है. सर्राफा व्यवसायियों को इसका प्रभाव अभी से ही दिखने लगा है. इससे 30 फीसदी तक बिक्री में गिरावट आ गयी है. सोना के भाव में उछाल आने से पहले 57 हजार प्रति 10 ग्राम था, जबकि 60000 रुपये तक चढ़ गया.
एक सप्ताह से लगातार सोना-चांदी के भाव में उतार चढ़ाव जारी है. चांदी 69 हजार से बढ़ कर 74 हजार तक पहुंच गयी थी. हालांकि शुक्रवार को घटकर 72 हजार रुपये प्रति किलो पर आ गया. वहीं उछाल के बाद सोना पर भी शनिवार को मामूली गिरावट 300 रुपए प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है. लगन के बावजूद ठंड में ऐसे ही ग्राहकों की संख्या सोनापट्टी में कम दिख रही है. ग्राहक जो टारगेट कर सोना की खरीदारी करने आते है, वे अब उसमें कटौती करने की बात करते हैं व्यवसायियों को अपना ग्राहक बचाने के लिए छोटा व हल्का आभूषण बनाने में काफी कठिनाई हो रही है.
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भागलपुर जिला स्वर्णकार संघ के पूर्व सचिव सह सर्राफा व्यवसायी विजय साह ने बताया कि 50 ग्राम सोना का जेवर बनवाने का बजट अब 30 ग्राम सोना के आभूषण में सिमट गया है, ग्राहकों की आर्थिक परेशानी के कारण, वहीं दूसरी ओर यह भी बताया कि पूर्व में मिले आर्डर के कारण सात फीसदी का घाटा लग रहा है. दूसरे सर्राफा कारोबारी विशाल आनंद ने बताया कि सोना के दाम में रिकार्ड उछाल आया है.
सोना-चांदी खरीदने वाले ग्राहकों में कमी आयी है. साथ ही सोना के कारोबार में भी 30 फीसदी तक की गिरावट आ रही है. वहीं दीपक सोनी का कहना है कि बार-बार सोना-चांदी के भाव में आये उतार-चढ़ाव से को खरीदारी करने में दिक्कत हो रही है. अभी अधिक जरूरत होने पर ही सोना- चांदी के आभूषण खरीद रहे है. लगन के दौरान भी सीमित खरीदारी से बाजार में रौनक कम हो गयी है.