भागलपुर : मंगलवार को भागलपुर में जाम ने एक और की जान ले ली. अकबरनगर में तीन घंटे तक एंबुलेंस के जाम में फंसने के कारण बीमार बैंक कैशियर नवनीत राज ने तड़प-तड़प कर जान दे दी. इस दौरान चीखते-चिल्लाते परिजन को न तो कोई मदद मिली और न ही रास्ता मिला और उनकी आंखों के आगे नवनीत ने दम तोड़ दिया. मौत के बाद व्यवस्था को कोसते और अपनी किस्मत पर रोते परिजन किसी तरह एंबुलेंस को घुमा कर तारापुर लौट गये.
परिजन बैंक कैशियर को एंबुलेंस से तारापुर से भागलपुर डायलेसिस के लिए ले जा रहे थे. किडनी जनित बीमारी व डायबीटिज पीड़ित तारापुर यूको बैंक के कैशियर नवनीत राज की तबीयत खराब हो गयी थी. एंबुलेंस में उनको ऑक्सीजन लगा हुआ था. इधर, कई दिनों से अकबरनगर में भीषण जाम लग रहा है. जाम का कारण सड़क का संकीर्ण और बड़े गड्ढों से भरा होना है. मंगलवार को भी भीषण जाम लगा था. एंबुलेंस उसी में फंस गया. एंबुलेंस में ऑक्सीजन इतना ही था कि वह मायागंज पहुंच जाये, पर जाम की वजह से वह नहीं पहुंच पाया और ऑक्सीजन खत्म हो गया. ऑक्सिजन के अभाव में उसकी दम घुटने से मौत हो गयी.
एंबुलेंस में सवार परिजन ने बताया कि तारापुर से मायागंज अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) लेकर जा रहे थे. सुबह करीब सात बजे एंबुलेंस अकबरनगर पहुंचा, तो भीषण महाजाम में फंस गया. काफी देर तक जाम हटने का इंतजार किया. इस दौरान जाम की स्थिति और भयावह हो गयी. लगभग तीन घंटे तक एंबुलेंस जाम में फंसा रहा. इस दौरान नवनीत की हालत बिगड़ने लगी. स्थिति खराब होने पर नवनीत राज छटपटाने लगे. देखते ही देखते उसने दम तोड़ दिया. परिजन ने बताया कि वह लगातार लोगों से विनती करते रहे, लेकिन किसी ने कोई सहायता नहीं की. मौत होने के बाद भी लगभग एक घंटा तक एंबुलेंस जाम में ही फंसा रहा. काफी मशक्कत के बाद एंबुलेंस चालक ने जाम से एंबुलेंस को निकाला. फिर परिजन शव लेकर वापस तारापुर लौट गये