बिहार के आरा मंडल कारा में जमीन में दबाकर रखे गये 35 मोबाइल और तीन चार्जर बरामद होने के बाद सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं. इस मामले में जेलर, रक्षित उच्च कक्षपाल और कक्षपाल को निलंबित कर दिया गया है. इसके पहले पिछले 28 नवंबर को भी जेल से मोबाइल, सिगरेट, गांजा, हेरोइन आदि बरामद किये गये थे. उस मामले में सहायक जेलर गौतम कुमार सहित दो लोगों को निलंबित कर दिया गया था. इसके बाद भी फिर से मोबाइल मिलने से जेल की सुरक्षा पर प्रश्नचिह्न लग रहे हैं.
कारा अधीक्षक संदीप कुमार ने बताया है कि कुछ कक्षपालों के गिरोह बना कर जेल में मोबाइल सप्लाइ करने की सूचना मिली है. उसकी सूचना कारा मुख्यालय को भेज दी गयी है. कुछ कक्षपालों के स्थानांतरण की अनुशंसा की गयी है. वहीं, संदेहास्पद कक्षपालों पर निगरानी रखी जा रही है. बताया जा रहा है कि शाहपुर के पूर्व नपं चेयरमैन की हत्या में जेल कनेक्शन सामने आने और जेल में बंद कुख्यात अपराधियों के मोबाइल से गिरोह संचालन की सूचना के बाद प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है.
कारा अधीक्षक के अनुसार इसी कड़ी में डीएम राजकुमार के निर्देश पर जेल में 29 नवंबर से एक दिसंबर के बीच ऑपरेशन क्लीन चलाया गया. उसके तहत जेल की सघन तलाशी ली गयी. उस बीच जमीन में गड्ढे खोद कर मोबाइल छुपाने की सूचना मिली. उस आधार पर जमीन खोदने का काम शुरू किया गया. इस दौरान वार्ड एक संख्या से छह और सात से 14 नंबर वार्ड के पीछे बाथरूम के आसपास पांच से छह फुट जमीन खोद एक-एककर 35 मोबाइल निकाले गये.