बिहार में डूबने से एकबार फिर आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत हुई है. सबसे अधिक मामले सीमांचल के पूर्णिया से आए हैं जहां चार लोगों की मौत हुई है. पूर्णिया के बनमनखी नगर परिषद के वार्ड 13 के विशनपुर दत्त में गुरुवार को तालाब में डुूबने से दो किशोर की मौत हो गयी. मृतकों में मो. इकाइल (14) पिता मो. जुबेर और मो. साहिद (16) पिता मो. आलम शामिल हैं. दोनों शवों को गोताखोरों की मदद से निकालकर पुलिस को पोस्टमार्टम के लिए सुपुर्द कर दिया गया. जानकारी के अनुसार, दोनों किशोर नहाने के लिए तालाब पर गये थे. नहाने के दौरान ज्यादा गहराई में चले गये और डूबने से मौत हो गयी. घटना की सूचना मिलने पर प्रशासन की पहल पर दोनों शवों को स्थानीय गोताखोरों द्वारा महाजाल लगाकर निकाला गया.
पूर्णिया के कसबा प्रखंड के कजरा हाट के निकट कजरा धार में डूबने से बालिका की मौत हो गयी. मृतका इसमत आरा (10) मोहनी पंचायत के वार्ड 2 कजरा बेतौना निवासी अंजर आलम की पुत्री थी. बताया गया कि गुरुवार को इसमत आरा अपनी एक सहेली के साथ कजरा धार पर गयी थी. इसी दौरान गहरे पानी में जाने से वह डूबने लगी. जबतक में उसकी सहेली ग्रामीणों को इस घटना की सूचना देती, तबतक उसकी मौत हो गई. स्थानीय ग्रामीणों ने शव को धार से बाहर निकाला. घटना के बाद पूरे गांव में मातम छा गया. मृतका के परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया.
पूर्णिया के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के माधोपाड़ा वार्ड नंबर 43 निवासी स्वर्गीय अखिलेश प्रसाद साह की 15 वर्षीय पुत्री खुशबू कुमारी की मौत घास काटने के दौरान सौरा नदी में डूबने से हो गयी. जानकारी के अनुसार, खुशबू कुमारी घास काटने के लिए माधोपारा बंगाली टोला वार्ड नंबर 43 के छत्तीस चालीस टोला के समीप गयी थी. घास काटने के दौरान ही पैर फिसलने के कारण वह सौरा नदी के गहरे धार में गिर गयी और डूबने से घटना स्थल पर ही उनकी मौत हो गयी. सूचना के बाद पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाने की प्रक्रिया में जुट गई है.
कटिहार जिले के बलिया बेलौन अंतर्गत ग्राम पंचायत शेखपुरा के जीतवारपुर गमहारगाछी निवासी मसूद आलम 21 वर्ष पिता हसन का महानंदा में डूबने के 36 घंटे बाद भी कोई अता-पता नहीं चल पाया है. गुरुवार को पूरे दिन एसडीआरएफ की टीम ने बोट के सहयोग से खोजबीन किया. पर उसका कहीं अता-पता नहीं है. युवक का पता नहीं चलने से परिजनों की बेचैनी बढ़ा दी है. इस घटना पर मां मशकीना खातुन का रो-रोकर बुरा हाल है. एक ही बेटा था, वह भी नदी की तेज धारा में बह गया है, एक बेटा को खो देने से उसकी चीख व पुकार कम होने का नाम नहीं ले रहा है. युवक की तलाश के लिए एसडीआरएफ की टीम लगातार रेस्क्यू किया जा रहा है. लेकिन अब तक सफलता नहीं मिल पायी है.
सीतामढ़ी के बैरगनिया प्रखंड क्षेत्र के नंदवारा पंचायत अंतर्गत मसहा आलम गांव निवासी शंकर राय के पुत्र मनोज राय (45 वर्ष) की मृत्यु बाढ़ के पानी में डूबने से हो गयी. मृतक के पिता रिटायर रेलकर्मी शंकर राय ने बताया कि बुधवार शाम को भैंस का चारा लाने के लिए घर से निकला था. देर रात तक घर नहीं लौटने पर परिजनों ने बारिश में ही खोजना शुरू किया. बारिश व अंधेरा होने के कारण कुछ पता नहीं चल पाया. शाम 5:00 बजे आसपास के लोगों ने मसहा नरोत्तम बांध के पास ही बाढ़ के पानी में एक डूबे हुए व्यक्ति के बारे में बताया, जहां मृतक की पहचान हो पायी.
पटना एम्स के नजदीक छेदी टोला में रहने वाले धर्मेंद्र मांझी की भूसौला दानापुर पोखर में डूबने के दूसरे दिन गुरुवार दोपहर बाद एसडीआरएफ ने बड़ी मशक्कत के बाद लाश निकाला. हालांकि सुबह में मृतक के परिजन और स्थानीय छेदी टोला के महादलित समुदाय के लोगों ने पोखर से शव निकालने की मांग को लेकर दो घंटे तक फुलवारी पटना एम्स रोड को जमकर हो हंगामा किया. लगातार दूसरे दिन पटना एम्स फुलवारी मुख्य मार्ग नेशनल हाइवे लाइन जाम रहने से इस मार्ग से गुजरने वाले वाहनों और राहगीरों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा. धर्मेंद्र मांझी छेदी टोला में रहने वाले रामाधार मांझी का दामाद था और यही रहता था. लोगों ने बताया कि बुधवार को पोखर में नहाने और मछली मारने के दौरान वह डूब गया था.