बिहार के रहने वाले 4 हैवानों को हरियाणा की अदालत ने फांसी की सजा सुनाई है. दो नाबालिग लड़कियों के साथ दरिंदगी करने और उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद दोनों को जहर पिलाकर मारने के दोषी ये चारो हैवान हैं. अदालत ने इस केस को बेहद गंभीरता से लिया और इस दरिंदगी के लिए चारो दोषियों को सबसे सख्त सजा का ऐलान किया है. अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुरुचि अतरेजा सिंह ने सोनीपत के कुंडली में हुए सामूहिक दुष्कर्म व हत्याकांड मामले में चार दोषियों को फांसी की सजा का एलान किया है. सजा पाने वाले 4 दोषियों में 3 बिहार के दरभंगा जिले के तो 1 दोषी समस्तीपुर का रहने वाला है. जिस महिला की बेटियों के साथ इन हैवानों ने दरिंदगी की इस घटना को अंजाम दिया है वो महिला भी बिहार की ही रहने वाली है और विधवा है. एक किराये के कमरे में महिला अपने बच्चों के साथ हरियाणा के सोनीपत के कुंडली में रहती थी.
सोनीपत के कुंडली थाना क्षेत्र में 2 सगी नाबालिग बहनों के साथ उनकी मां के सामने ही सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया. चार दरिंदों ने उन्हें पहले अपने हवस का शिकार बनाया और उसके बाद दोनों की हत्या कर दी.दोनों बहनें सामूहिक दुष्कर्म किए जाने के बाद पीड़ा से तड़प रही थी. हैवानों ने उन्हें जबरन कीटनाशक पिला दिया. दोनों पीड़िता तड़पती रहीं और दम तोड़ दिया. इस हैवानियत को विधवा की आखों के सामने अंजाम दिया गया लेकिन वो इतनी डरी हुई थी कि सच बताने से भी हिचकती रही. लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने हैरान करने वाली जब हकीकत सामने रखी तो इन हैवानों का सारा सच सामने आ गया. पुलिस ने चारो की गिरफ्तारी की और अदालत ने सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में फांसी की सजा का एलान किया.
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बिहार की एक विधवा महिला अपने दो नाबालिग बेटियों और तीन बेटों के साथ सोनीपत के कुंडली में एक मकान में किराये के कमरे में रहती थी. उसी कमरे के बगल में बिहार के 4 युवक रहते थे. दरभंगा के अरुण पंडित, फूलचंद, दुखन पंडित और समस्तीपुर के रामसुगाह अचानक 5 अगस्त 2021 की रात को विधवा महिला के कमरे में घुस गए. चारो ने महिला की दोनों नाबालिग बेटियों के साथ सामूहिक रूप से दुष्कर्म किया. इसके बाद दोनों पीड़िता को जबरन कीटनाशक पिला दिया. दोनों लड़कियां तड़पती रहीं और सुबह तक दम तोड़ दिया. आरोपियों ने महिला को धमकाया कि अगर वो कुछ किसी को बताती है तो उसके बेटों को भी वो मार डालेंगे. जिस डर से महिला चुप रही.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मृतक लड़कियों की मां ने पुलिस को बताया था कि उनकी बेटियों को सांप ने डंस लिया था जिससे उनकी मौत हो गयी. लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामूहिक दुष्कर्म के बाद कीटनाशक पिलाकर मारने की बात सामने आयी. पुलिस ने मृतक लड़कियों की मां को भरोसे में लिया और उसका बयान दर्ज कराया. महिला ने पूरी कहानी पुलिस को बता दी. जिसके बाद पुलिस ने चारो दरिंदों को गिरफ्तार किया गया. चारो पर केस चलाया गया और अदालत ने फांसी की सजा सुनाई.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मृतक लड़कियों की मां विधवा है और बेहद गरीब है. वो केस लड़ने में असमर्थ थी लेकिन उसकी मदद पुलिस, वकील और आम लोगों ने की. सभी ने मिलकर उसकी लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाया. मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि मृतका की मां के लिए इस केस को दो वकीलों ने बिना कोई पैसा लिए लड़ा. केस में मजबूत साक्ष्य जुटाए और दरिंदों को फांसी की सजा दिलवाई. एक संस्था ने महिला को आर्थिक मदद भी की. वहीं बताया जा रहा है कि फांसी की सजा को अब उपरी अदालत में चैलेंज करने की तैयारी में दोषियों के परिजन हैं.