पटना. राइस मिल विद्युत मोटर चालित थ्री एचपी यंत्र की यूनिट कॉस्ट पिछले साल 50 हजार रुपये कृषि विभाग की ओर से निर्धारित थी. जबकि कर्नाटक कृषि विभाग की ओर से 42700 रुपये तथा पश्चिम बंगाल कृषि विभाग ने इसकी कीमत 48 हजार रुपये निर्धारित की है. कर्नाटक से 73 सौ तथा पश्चिम बंगाल से दो हजार रुपये अधिक बिहार में इस यंत्र की कीमत थी. मामला कृषि विभाग की यूनिट कॉस्ट कमेटी के सामने आने के बाद इसमें बदलाव कर दिया गया है.
अब राइस मिल विद्युत मोटर चालित थ्री एचपी यंत्र की यूनिट कॉस्ट 42 हजार रुपये निर्धारित की गयी है. इसमें 50 फीसदी तक सब्सिडी भी दी जायेगी. पिछले साल की तुलना में इस साल इस यंत्र की कीमत आठ हजार रुपये कम निर्धारित की गयी है. कॉस्ट कमेटी की रिपोर्ट में बताया गया है कि कृषि यंत्रों के निर्माताओं की संख्या अधिक होने के कारण बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ी है. जिससे, यंत्रों के बाजार दर में गिरावट आयी है. इस यंत्र की कीमत तमिलनाडु कृषि विभाग की ओर से 52 हजार निर्धारित है.
चैफ कटरों की कीमत भी इस साल घटा दी गयी है. स्टेशनरी इंजन चालित चैफ कटर-2 की कीमत पिछले साल 30 हजार रुपये निर्धारित थी. अब इसे घटाकर 30 हजार कर दिया गया है. वहीं, चैफ कटर इंजन-विद्युत मोटर की कीमत अब 44 हजार से 36 हजार रुपये निर्धारित कर दी गयी है.
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खेतों से जानवरों को भगाने के उपकरण में कई वर्षों से एक ही कंपनी लिस्टेड थी. जबकि, कंपनी के उस उपकरण के समान बाजार में अब कई प्रोडक्ट आ गये हैं. इसे देखते हुए कॉस्ट यूनिट कमेटी ने पूर्व में शामिल बायोएकॉस्टिक उपकरण के बदले जानवर विकर्षक यंत्र को योजना में रखने की अनुशंसा की है.