Khet Khalihan ki khabar: बिहार समेत पूरे देश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ठंड और शीतलहर के कारण हाथ-पैरों में गलन बढ़ गई है. ऐसा ही कुछ हाल खेत में लगी फसलों के साथ भी हो रहा है. इसके कारण उनके खराब होने का खतरा मंडरा रहा है. कई राज्यों में तापमान 0 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है, तो कई में 2 से 5 डिग्री तक बना हुआ है. पाले से बचाव के लिए किसान अपनी ओर से हर प्रकार का प्रयास कर रहे हैं. उनके तमाम तरह के जतन के बाद भी फसल ठंड के कारण फसल खराब हो रहे हैं.लेकिन, उत्तर प्रदेश के इटावा के किसानों ने आलू की फसल को बचाने का अनोखा ही पहल किया है. यहां के किसानों ने आलू को पाला से बचाने के लिए उन पर देसी शराब का छिड़काव शुरु कर दिया है.
मीडिया में छपी खबरों के अनुसार,किसान यह सब पाला से खराब हो रहे अपने आलू की फसल को बचाने के लिए कर रहे हैं.किसानों का कहना है कि झुलसा रोग से बचाने और अपना उत्पादन बढ़ाने के लिए हम लोग देसी शराब को पानी में मिलाकर छिड़काव कर रहे हैं.उनका दावा है कि देसी शराब के छिड़काव से आलू झुलसा रोग की चपेट में नहीं आएगा.उनका दावा है कि ऐसा करने से आलू का आकार भी बढ़ जाएगा और उत्पादन भी बढ़ेगा. इससे हमारी आमदनी भी बढ़ जाएगी.
कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि किसान फसलों पर देसी या अंग्रेजी किसी तरह की शराब का छिड़काव नहीं करें.इसके खतरनाक परिणाम सामने आ सकते हैं. इससे आलू का उत्पादन भी प्रभावित होगा और इस प्रकार का आलू खाने से परेशानी भी बढ़ सकती है. किसान डाइथिंग एम45 का घोल बनाकर फसलों पर छिड़काव करें, लेकिन शराब का सेवन नहीं करें.