Bihar politics: बीजेपी के चाणक्य व देश के गृहमंत्री अमित शाह एकबार फिर से जेपी की जयंती पर बिहार आने वाले हैं. यानी जेपी की जन्मस्थली से अमित शाह चुनावी शंखनाद करेंगे. हालांकि यह पहली बार नहीं है. जब किसी राजनीतिक दल का नेता सियासी पेंच सुलझाने या फिर दांव-पेंच को साधने के लिए जेपी की भूमि पर आए, अक्सर बीजेपी समेत अन्य राजनीतिक दलों के नेता जेपी की जन्मभूमि सिताब दियारा आते रहते हैं. अब अमित शाह के दौरे को लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का एक नया बयान सामने आया है. उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘बिहार में भाजपा की हालत टाइट है, इसीलिए बिहार के चक्कर काट रहे हैं’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बिहार दौरे को लेकर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि ‘सभी को बिहार आने का अधिकार है. जो भी आना चाहेगा, उसे क्या कीजिएगा. तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि बिहार में भाजपा की हालत टाइट है, इसीलिए बिहार के चक्कर काट रहे हैं. बिहार में अमित शाह को कुछ नहीं मिलेगा.
बता दें कि अमित शाह के दौरे को लेकर बिहार में एक बार फिर से सियासत गरमा गई है. अमित शाह पर राजद-जदयू लगातार निशाना साध रही है. इससे पहले अमित शाह के दौरे को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तंज कसते हुए कहा था कि लोकतंत्र में सभी कहीं भी देश में आने-जाने के लिए स्वतंत्र हैं. बिहार आने का सभी को अधिकार है. उन्होंने कहा कि जेपी की जगह को हमने कितना बेहतर बनवाया है. ये भी उन्हें (अमित शाह) को पता करना चाहिए.
वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री के दौरे को लेकर वन एवं पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव ने कहा कि ‘अमित शाह को बिहार पसंद आ गया है. बार-बार दौरा कर रहे हैं. वे बीजेपी छोड़ने के बाद राजद ज्वाइन करेंगे. बिहार आने के पीछे उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ राजद ज्वाइन करना है. गौरतलब है कि बिहार में जदयू के एनडीए से अलग होने के बाद अमित शाह का मिशन बिहार शुरू हो चुका है. केंद्रीय मंत्री महज 17 दिनों के बाद 11 अक्टूबर को जेपी की जयंती पर दोबारा बिहार दौरे पर आ रहे हैं. अब केंद्रीय गृह मंत्री के बिहार दौरे को लेकर जदयू-राजद और भाजपा आमने-सामने है.