Amrit Bharat Station Scheme: अमृत भारत स्टेशन स्कीम में साहिबगंज-किऊल एवं दुमका रेलखंड के आधा दर्जन से अधिक स्टेशनों को शामिल किया गया है. इस योजना में शामिल स्टेशनों को स्थानीय थीम पर विकसित कर सजाने का काम किया जायेगा. अमृत भारत स्टेशन (Amrit Bharat Station Yojana) को लेकर यात्री सुविधाओं के साथ-साथ सौंदर्यीकरण का कार्य भी होगा. यानी, विकास मॉडल को चार चांद लगाने की शुरुआत रेलवे स्टेशनों का री-डेवलपमेंट कर उच्चस्तरीय सुविधाओं को प्रदान करके की जायेगी. केंद्रीय रेल मंत्रालय ने देश भर में रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना नामक एक नयी योजना शुरू की है. हर मंडल के 15 रेलवे स्टेशनों को इस योजना में शामिल कर पुनर्विकसित किया जाना है. मालदा रेल मंडल के भी 15 स्टेशनों को इस योजना में शामिल किया गया है.
अमृत योजना में भागलपुर व दुमका रेलखंड के बांका, गोड्डा, मुंगेर, जमालपुर, शिवनारायणपुर, सबौर, पीरपैंती, कहलगांव, साहिबगंज व सुलतानगंज स्टेशन चुने गये हैं. रेलवे स्टेशनों को स्थानीय थीम पर विकसित करने का काम होगा. इसके लिए कंसल्टेंट एजेंसी चयनित करने की प्रक्रिया चल रही है. ये कंसल्टेंट मास्टर प्लान तैयार करेंगे. इन स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जायेगा.
स्टेशनों पर वेटिंग हाल का विस्तार, सर्कुलेटिंग एरिया में साइनेजेज, अप्रोच रोड का चौड़ीकरण, पैदल चलने वालों के लिए रास्ता, वाहनों का प्रवेश, फसाड लाइटिंग, पार्किंग, स्टेशनों की लैंड स्केपिंग सहित अन्य काम होंगे. सेकंड एंट्री की भी संभावनाओं का परीक्षण होगा. भविष्य की जरूरतों के मुताबिक रेलवे स्टेशनों का विकास किया जायेगा. यह मॉडल भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रख कर बनाया गया है. इनमें दिव्यांगों के लिए उच्च स्तरीय सुविधाएं, महिलाओं के लिए पर्याप्त सुविधाएं, एलइडी आधारित स्टेशन का नाम बोर्ड, बिल्डिंग में नये भवनों की जरूरत सहित अन्य चीजें तय की जायेंगी और जरूरतों के मुताबिक मास्टर प्लान डेवलप किया जायेगा.
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रेलवे बोर्ड द्वारा छोटे स्टेशनों के आधुनिकीकरण करने के लिए अमृत भारत स्टेशन स्कीम का आरंभ किया गया है. इस योजना से देश के करीब एक हजार छोटे रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण कर उनको विकसित किया जायेगा. इसके अतिरिक्त मास्टर प्लान तैयार करने और मास्टर प्लान के चीजों के क्रियान्वयन पर यह योजना आधारित है. इसके तहत किसी भी स्टेशन का नवीनीकरण और अपग्रेडेशन कम से कम डेढ़ साल के अंदर ही पूरा किया जायेगा.
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प्लेटफार्म :
चयनित सभी श्रेणियों के रेलवे स्टेशनों के लिए उच्च स्तरीय प्लेटफॉर्म बनाये जायेंगे. इन प्लेटफार्मों पर जल निकासी सुविधाओं में सुधार किया जायेगा.
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इंटरनेट कनेक्टिविटी
रेलवे स्टेशनों के उपयोगकर्ताओं को मुफ्त वाइ-फाइ की सुविधा प्रदान की जायेगी. इस मास्टर प्लान में फाइव-जी टावर इरेक्शन भी शामिल है.
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मल्टी-डिजाइन फर्नीचर
वेटिंग रूम, प्लेटफॉर्म, रिटायरिंग रूम और कार्यालयों में मौजूदा फर्नीचर की समीक्षा की जायेगी. यदि आवश्यकता होती है, तो इसे अधिक आरामदायक और टिकाऊ बनाने के लिए फर्नीचर को बदल दिया जायेगा.
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समावेशिता
दिव्यांगजन की जरूरतों को पूरा करने के लिए रेलवे स्टेशनों में सुविधाएं होंगी. दिव्यांगजनों के लिए सभी श्रेणियों के स्टेशनों पर पर्याप्त संख्या में शौचालय उपलब्ध कराये जायेंगे.
मालदा मंडल से 15 स्टेशनों का प्रपोजल भेजा गया था, जिसको अमृत स्टेशन योजना में शामिल कर लिया गया है. इसके लिए कंसल्टेंट एजेंसी चयनित करने की प्रक्रिया चल रही है. अमृत भारत स्टेशन योजना में शामिल स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जायेगा.
विकास चौबे, डीआरएम
मालदा रेल मंडल
Posted By: Thakur Shaktilochan