बिहार के भागलपुर के बबरगंज थाना क्षेत्र के हुसैनाबाद स्थित कुरैशी टोला में शनिवार शाम हुए विस्फोट की घटना को लेकर अब तक पुलिस अधिकारियों ने चुप्पी साध रखा है. मामले में विस्फोट क्यों हुआ, किसकी गलती से हुआ, इस तरह के सवालों से पर्दा नहीं उठ सका है. वहीं, घटनास्थल वहां हुए किसी बड़े आपराधिक वारदात की गवाही दे रहा है. मामले में मरने वाले इंटर के छात्र तौसिफ के पिता अब्दुल गनी भी घटना के कारणों और दोषियों के बारे में बता रहे हैं. इसके बावजूद उनकी सुनने वाला कोई नहीं है. जिस भतीजे हसन उर्फ मोनू पर अब्दुल गनी बम विस्फोट का आरोप लगा रहे हैं, वह रविवार देर शाम हुई तौसिफ के जनाजे में भी शामिल रहा और कब्रिस्तान में भी मौजूद रहा, लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी.
सोमवार को घटनास्थल से मलबा लगभग साफ किया जा चुका था, लेकिन अब तक घटनास्थल पर सिलिंडर ब्लास्ट होने के कोई भी सबूत नहीं मिले हैं. पूरे मामले की जांच करने और साक्ष्यों और सबूतों को जुटाने के बाद सोमवार सुबह एटीएस की टीम भी वापस पटना लौट गयी. वहीं, एफएसएल (फॉरेंसिक) टीम ने 48 घंटे के भीतर दूसरी बार सोमवार शाम घटनास्थल से मलबा हटने के बाद जांच के लिए पहुंची. जहां से टीम ने कई अन्य साक्ष्य भी जब्त किये. टीम ने उस जगह की भी तलाश की, जहां बम फटा था. आशंका जताया जा रहा है कि अब्दुल गनी के घर में बनी सीढ़ी के पास बम फटा था, जो कि पूरी तरह जमींदोज हो चुका है.
अब्दुल गनी ने बताया कि अस्पताल में भर्ती उनकी पत्नी ने रविवार देर शाम होश में आने के बाद उनसे बातचीत की थी. रोते हुए उनकी पत्नी सुल्ताना ने कहा था कि भतीजा हसन ही उनके बेटे को निगल गया. सुल्ताना ने भी उक्त बोरे में आग लगने के बाद विस्फोट होने की बात कही थी. इसके बाद देर रात ही डाॅक्टरों ने उसके बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया.
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स्थानीय लोगों ने दबी जुबान से बताया कि हुसैनाबाद सहित आसपास के इलाकों में रहने वाले कई आपराधिक प्रवृति के लोग दूसरे राज्यों और जिलों से लाल विस्फोटक लाकर रखते हैं. जिसे वे लोग आपसी विवाद और वर्चस्व की लड़ाई में इस्तेमाल के लिए बनाये जाने वाले बमों को बनाने में प्रयोग करते हैं. लोगों ने बताया कि जिस वक्त धमाका हुआ था, उस वक्त चारों तरफ वैसे ही विस्फोटक की गंध फैल गयी जैसा कि उक्त बमों के फटने क बाद होती है. उन्हें आशंका है कि उक्त घर में भारी मात्रा में लाल बारूद (विस्फोटक) लाकर रखा गया था, जिसकी वजह से यह धमाका हुआ.
हुसैनाबाद इलाके में हुए विस्फोट की घटना को लेकर जहां भागलपुर से लेकर पटना के पुलिस अधिकारियों की नींद उड़ी हुई है. वहीं भागलपुर के अंडरवर्ल्ड में भी इस विस्फोट की चर्चा जोरों पर है. सूत्रों के अनुसार कुरैशी टोला में अब्दुल गनी के घर होने वाला विस्फोट की वजह से रहमत के द्वारा भारी मात्रा में मंगवाया गया विस्फोटक होने की चर्चा है.