बिहार के भागलपुर के बबरगंज थाना क्षेत्र के हुसैनाबाद स्थित कुरैशी टोला में शनिवार शाम हुए विस्फोट की घटना के 36 घंटे बीतने के बाद सोमवार को स्थानीय लोग एकजुट होने लगे. लोगों ने घटनास्थल पर पहुंच मृतक तौसिफ के पिता अब्दुल गनी का साथ देने की बात कही. अब्दुल गनी सहित स्थानीय लोगों ने बताया कि दिल्ली में रहने वाले अब्दुल गनी के बड़े भाई अब्दुल गफ्फार का बेटा हसन उर्फ मोनू ही हर माह दिल्ली से आता था, तो उक्त घर में रहता था. उन लोगों ने कई बार हसन को भागलपुर में रहने के दौरान बैग और बोरा में कुछ सामान लाते और जे जाते भी देखा था. अब्दुल गनी ने बताया कि करीब छह माह पूर्व जब वह और उनका भतीजा घर में थे, तभी हसन एक बड़े बोरे में कुछ सामान लेकर आया था और उसे अपने कमरे में रखा था.
लोगों ने बताया कि मौलानाचक इलाके के रहने वाले कुख्यात रहमत कुरैशी की बहन से हसन उर्फ मोनू की शादी हुई थी. हसन और रहमत काफी अच्छे दोस्त भी हैं. वहीं विगत रविवार को उनके बच्चों के साथ पहुंची उनकी पत्नी सुल्ताना ने उक्त बोरे को देख कर हसन को बोरे को साफ सफाई करने के लिए हटाने के लिए कहा था. जिसके बाद हसन ने बोरे को निकाल कर आंगन में रख दिया था. और बोरे में कचरा रखे होने की बात कही थी. साफ सफाई के बाद शनिवार शाम आंगन में उनके बेटे तौसिफ ने घर में जमा कचरे में आग लगाया था. उक्त कचरे के ढेर में हसन के द्वारा रखा गया कचरा भी था. आग लगते ही कचरे से बड़ा विस्फोट हुआ. और चारो तरफ तबाही मच गयी.
Also Read: बिहार: जमीन मापी कराने गयी पुलिस की टीम पर हमला, आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल, 16 लोग गिरफ्तार
हुसैनाबाद इलाके में हुए विस्फोट की घटना को लेकर जहां भागलपुर से लेकर पटना के पुलिस अधिकारियों की नींद उड़ी हुई है. वहीं भागलपुर के अंडरवर्ल्ड में भी इस विस्फोट की चर्चा जोरों पर है. सूत्रों के अनुसार कुरैशी टोला में अब्दुल गनी के घर होने वाला विस्फोट की वजह से रहमत के द्वारा भारी मात्रा में मंगवाया गया विस्फोटक होने की चर्चा है.