Bihar Assembly Election 2020: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग 28 अक्टूबर को होगी. इसको लेकर चुनावी हलचल तेज हो चुकी है. दूसरी तरफ उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार में ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट के प्रत्याशियों का ऐलान किया है. इसमें बसपा, ओवैसी की एआईएमआईएम समेत छह पार्टी शामिल हैं. इसकी घोषणा गुरुवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान की गई. खास बात यह रही कि एआईएमआईएम नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने जेडीयू-बीजेपी और राजद-कांग्रेस की सरकार पर हमला बोला. साथ ही गठबंठन के जरिए बिहार का विकास करने का दावा भी किया.
बिहार चुनाव के पहले एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा बयान दिया है. उनके मुताबिक ‘बिहार में नीतीश कुमार और बीजेपी की 15 साल की सरकार हो या राजद-कांग्रेस की 15 साल की सरकार, किसी ने भी गरीबों की मदद नहीं की है. अर्थव्यवस्था और शिक्षा के मामले में बिहार काफी पिछड़ा है. बिहार के भविष्य को देखते हुए गठबंधन बनाया गया है. बिहार असेंबली इलेक्शन २०२० लाइव न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ. हमारी कोशिश सफल होने की है. हम बिहार और यहां के लोगों की हालत को सुधारेंगे. हम बिहार चुनाव में सफल होने की हरसंभव कोशिश भी करेंगे.’
15 yrs of Nitish Kumar & BJP, & 15 yrs of RJD-Congress didn't benefit Bihar's poor. State is lagging behind on social-economic-education integrators. An alliance has been formed for Bihar's future, we'll make all efforts to be successful: Asaduddin Owaisi, AIMIM #BiharElections pic.twitter.com/5L3heHTDgs
— ANI (@ANI) October 8, 2020
बड़ी बात यह है बिहार चुनाव में महागठबंधन और एनडीए को हराने के मकसद से असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम, उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा और मायावती की बसपा के साथ ही समाजवादी दल डेमोक्रेटिक, जनतांत्रिक पार्टी सोशलिस्ट ने नया फ्रंट बनाया है. इस गठबंधन ने उपेंद्र कुशवाहा को अपना नेता घोषित किया है. उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का फैसला भी लिया गया है. खास बात यह है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को गठबंधन का सीएम उम्मीदवार भी घोषित किया गया है.