Bihar News: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) के 12वीं के परीक्षा परिणाम की घोषणा हाल ही में हुई है. इसके बाद 10वीं के भी परीक्षा के परिणाम सामने आने वाले है. वहीं टॉपर्स (Toppers) और शिक्षकों को लेकर बिहार का एक कॉलेज (College) इन दिनों खूब चर्चा में है. दरअसल, इस कॉलेज में 12वीं के पांच बच्चों ने टॉप किया है. लेकिन शिक्षक यहां मात्र तीन ही है. इस कॉलेज का काफी बुरा हाल है. औरंगाबाद के सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज में महज तीन शिक्षकों के जरिए कॉमर्स की पढ़ाई हो रही है. 12वीं के नतीजों में औरंगाबाद के बच्चों का जलवा रहा है. इसके बाद सभी का ध्यान यहां के कॉलेज के हाल पर जा रहा है.
औरंगाबाद की सौम्या के साथ ही रजनीश पाठक ने 95 प्रतीशत अंक लाकर जिले का मान बढ़ाया है. यह दोनों पूरे बिहार में पहले स्थान पर रहे. दूसरी ओर तनुजा सिंह ने 474 अंक लाकर दूसरे स्थान पर कब्जा जमाया. वहीं विधी और सोनम कुमारी 468 अंक लाकर चौथे स्थान पर कब्जा कर लिया. जबकि साइंस (Science) में दाउदनगर के शुभम चौरसिया ने 472 नंबर लाकर पूरे राज्य में दूसरे स्थान पर अपनी जगह बनाई. लेकिन इन सबके बाद अब इनके कॉलेज के ऊपर सवाल खड़ा हो रहा है. इसकी वजह है शिक्षकों की संख्या में कमी का होना. यही कारण है कि कोचिंग संस्थान इनकी सफलता का श्रेय लेने के लिए सामने आ रहे है.
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बिहार के जिस कॉलेज ने पूरे पांच टॉपर्स दिए उसके कॉमर्स संकाय का हाल बेहाल है. मात्र तीन शिक्षकों के सहारे कॉमर्स में इंटर (Intermediate) और स्नातक की पढ़ाई हो रही है. यह बात चौकाने वाली भी है कि यहां के बच्चे पढ़ाई में टॉप कर रहे है. टॉपर्स ने भी इस बात को माना है कि कोचिंग (Coaching) की पढ़ाई की वजह से उन्होंने यह सफलता हासिल की है. यह सभी शहर के अलग-अलग कोचिंग में पढ़ाई करते है.
Published By: Sakshi Shiva