Bihar Board: बिहार बोर्ड की ओर से इंटर सेंटअप परीक्षा का डेट आउट हो चुका है. छात्र और छात्राएं अगर इस परीक्षा में पास नहीं होते हैं, तो वह फाइनल एग्जाम नहीं दे सकेंगे. साथ ही उनके लिए ए़मिट कार्ड भी जारी नहीं किया जाएगा. इसलिए सभी को यह परीक्षा पास करना बेहद जरूरी है. बता दें कि इंटर के छात्रों के लिए सेंटअप परीक्षा की शुरुआत 27 नवंबर से होने वाली है. इस परीक्षा में पास होने के बाद ही बोर्ड की परीक्षा दे सकेंगे. बिहार विद्यालय परीक्षा समिती ने छात्र और छात्रों के लिए यह साफ कर दिया है कि सेंटअप परीक्षा बहुत जरूरी है.
सेंटअप परीक्षा में शामिल नहीं होने वाले छात्र इंटर की परीक्षा नहीं दे सकेंगे. ऐसे छात्र वार्षिक परीक्षा से वंछित रह जाएंगे. सेंटअप परीक्षा बिहार बोर्ड की तर्ज पर होने वाला है. इसका मतलब है कि इस एग्जाम में साल 2024 में पूछे जाने प्रश्न के आधार पर ही परीक्षा ली जाएगी. वार्षिक परीक्षा के अनुसार ही इस परीक्षा में भी समय दिया जाएगा. छात्रों को ओएमआर शीट दी जाएगी. परीक्षा में पास होने के लिए 30 अंक जरूरी होंगे. छात्र व छात्राओं को कुल 60 सवाल दिए जाएंगे. इसमें से 50 सवालों का जवाब देना होगा. साथ ही 50 सवाल शार्ट आंसर के जैसा होगा.
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भी पकड़े जा रहे
बिहार बोर्ड ने सभी जिले के डीईओ को इससे संबंधित निर्देश दे दिया है. डीईओ को सेंटअप परीक्षा का प्रश्न पत्र 25 सितंबर से लेकर 30 सितंबर तक में कार्यालय में मिल जाएगा. विद्यालय के प्रधान की यह जिम्मेदारी होगी कि वह प्रश्न पक्ष की देखरेख करें. साथ ही यह भी सुनिश्चित कराना होगा कि प्रश्न पत्र लीक ना हो. मालूम हो कि बोर्ड की ओर से हर साल सेंट अप परीक्षा ली जाती है. यह एक टेस्ट परीक्षा होती है. इसे स्कूल या कालेज में ली जाती है. इस परीक्षा का परीक्षार्थी लंबे समय तक इंतजार करते है. वहीं, अब इसके तिथि की घोषणा बोर्ड की ओर से कर दी गई है.
सेंटअप परीक्षा 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए अलग-अलग आयोजित की जाती है. 10 वीं की परीक्षा जहां स्कूल में ली जाती है. वहीं, 12वीं की परीक्षा स्कूल और कालेज दोनों में ही ली जाती है. शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार की जांच परीक्षा ली जाती है. परीक्षा का पूरा कार्यक्रम बिहार बोर्ड की ओर से जारी होगी. इस बार 32 लाख से अधिक विद्यार्थी सेंटअप परीक्षा में शामिल होने जा रहे है. इसमें 15 लाख से अधिक छात्र इंटर की परीक्षा देंगे. जबकि, करीब 16 लाख छात्र 10वीं की परीक्षा में शामिल होंगे. जानकारी के अनुसार मैट्रिक की जांच परीक्षा 23 नवंबर से ली जाएगी. बिहार बोर्ड प्रश्न पत्र को तैयार करेगा.
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भी की खुदकुशी
सभी स्कूलों को बोर्ड प्रश्न पत्र भेजेगा. इसके साथ इसमें ओएमआर पत्रक भी शामिल होगा. स्कूल की ओर से ही पहले जांच परीक्षा ली जाती थी और रिजल्ट बोर्ड को भेजी जाती थी. लेकिन, अब इसमें बदलाव किया गया है. बोर्ड ने नए तरीके को अपनाया है. इसके अनुसार स्कूल को जांच परीक्षा का रिजल्ट ऑनलाइन बोर्ड को भेजना होगा. इस तरह से अब जांच परीक्षा में किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं होगी. सभी स्कूलों को बोर्ड में ऑनलाइन रिजल्ट भेजने का आदेश दे दिया है.
वहीं, इस परीक्षा में सफल होने के लिए अभयर्थियों को अभी से तैयारी करनी होगी. छात्र बिना तैयारी के परीक्षा पास नहीं कर सकेंगे. छात्रों को सलाह दी जाती है कि परीक्षा के दौरान समय को मैनेज करने के लिए पढ़ाई के लिए टाइम टेबल जरूर बना लें. अच्छी स्ट्रैटेजी के साथ बढ़िया तैयारी हो सकेगी. एक्सपर्ट्स के अनुसार टाइम-टेबल बनने की वजह से किसी भी एग्जाम की तैयारी सही ढंग से होती है. वहीं, टाइम टेबल में ब्रेक को जरूर शामिल करें. उन कार्यों की सूची जरूर बनाएं जिन्हें पूरा करने की आपको आवश्यकता है. ध्यान को केंद्रित करने के लिए फोन सहित अन्य ध्यान भटकाने वाले उपकरणों को बंद कर दें. हमेशा कोशिश करें कि परीक्षा के लिए वह स्थान हो जो पढ़ाई के योग्य हो. शोरगुल वोले स्थान से दूरी बना लें.