Bihar Cabinet Expansion: बिहार में आजकल सबसे बड़ा सवाल ये बना हुआ है कि नयी सरकार के गठन के बाद नीतीश सरकार (Nitish Govt) का पहला मंत्रिमंडल विस्तार (Cabinet Expansion) कब होगा. इसे लेकर हर रोज अटकलों का बाजार गरम होता है. भाजपा-जदयू (BJP-JDU) के नेता जहां जल्द विस्तार की बात करते हैं तो वहीं विपक्ष भी निशाना साध रहा है.
इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish kumar) और रालोसपा (RLSP) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) के साथ आने के आसार हैं. दरअसल, रविवार शाम दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी. इसके बाद से ही लगातार ये खबर चल रही है कि रालोसपा का जदयू में विलय होगा और कुशवाहा को नीतीश कैबिनेट में जगह दी जाएगी. हालांकि इन अटकलों को रालोसपा ने ही खारिज कर दिया है.
सोमवार को रालोसपा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा गया- अखबारों एवं मीडिया चैनलों पर चल रही रालोसपा विलय की खबरें गलत और बेबुनियाद है. बिहार और देश के लोगों एवं रालोसपा साथियों की आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए पार्टी अपना संघर्ष जारी रखेगी.
अखबारों एवं मीडिया चैनलों पर चल रही रालोसपा विलय की खबरें गलत और बेबुनियाद है। बिहार व देश के लोगों एवं रालोसपा साथियों की आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए पार्टी अपना संघर्ष जारी रखेगी । :@UpendraRLSP
— Rashtriya Lok Janata Dal (@RLJDofIndia) February 1, 2021
इधर, रविवार शाम सीएम नीतीश और कुशवाहा की मुलाकात के बाद जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद बशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा था कि उपेंद्र कुशवाहा के आने से पार्टी को ताकत मिलेगी. वे पहले भी साथ रहे हैं. बीच में संबंधों में थोड़ी दूरी हो गयी थी. हालांकि उपेंद्र कुशवाहा जदयू में कब शामिल होंगे, यह तय नहीं है.
फिर भी चर्चा है कि कुशवाहा और नीतीश कुमार की मुलाकात का परिणाम जल्द सामने आएगा और बिहार में नया राजनीतिक समीकरण बन सकता है. फिलहाल, इस मुलाकात को विधान परिषद की राज्यपाल कोटे की खाली 12 सीटों को भरे जाने के मामले से भी जोड़कर देखा जा रहा है. गौरतलब है कि कुशवाहा ने कुछ दिन पहले भी नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. इसके बाद से उनके जदयू के साथ गठबंधन या जदयू में शामिल होने की चर्चाएं तेज हो गयी थीं.
Posted By: Utpal Kant