Bihar congress: शक्ति सिंह गोहिल (Shakti Singh Gohil) के बिहार कांग्रेस प्रभारी से हटाये जाने के बाद पहली बार बिहार के दौरे पर पहुंचे नये प्रदेश कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास (Bhakt Charan Das) को कांग्रेसियों ने न ही भक्ति और न ही शक्ति दिखायी. बिहार के पहले आधिकारिक कार्यक्रम से पार्टी के सभी वरीय नेता गायब रहे.
चाहे वह तारिक अनवर हों, अभियान समिति के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, सदानंद सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चंदन बागची, रंजीत रंजन, अनिल कुमार शर्मा व डॉ ज्योति सहित सभी वरीय नेता उनके पूर्व निर्धारित कार्यक्रम से गायब रहे. स्थिति तो यह थी कि पार्टी ने विधानसभा में जिन प्रत्याशियों पर निष्ठा व्यक्त करते हुए विधानसभा चुनाव में टिकट दिया था वे भी स्वागत समारोह से अनुपस्थित थे.
प्रदेश के नये कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास के कार्यक्रम डेढ़ बजे से सदाकत आश्रम में आयोजित किया गया था. कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्यों, सांसदों, पूर्व सांसदों, विधायकों, पूर्व विधायकों, विधान पार्षदों व पूर्व विधान पार्षदों के साथ सभी फ्रंटल संगठनों के प्रमुखों को आमंत्रित किया गया था. पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ 19 में से मात्र छह विधायक ही उनके स्वागत समारोह में शामिल हुए.
कार्यक्रम का आयोजन एक हॉल में किया गया था, जिसमें पार्टी नेताओं के जुटान को लेकर चार बजे तक इंतजार करना पड़ा. बताया जा रहा है कि जो लोग स्वागत समारोह में पहुंचे थे उसमें अधिसंख्य वैसे लोग भी शामिल थे, जो नेतृत्व परिवर्तन के बाद अध्यक्ष की कुर्सी के दौड़ में शामिल थे. जैसे ही स्वागत समारोह में लोगों को बोलने का अवसर मिला कि संजीव कुमार टोनी फूट पड़े और विधानसभा में टिकट बंटवारे को लेकर आरोपों की झड़ी लगा दी.
स्वागत समारोह में सिर्फ छह विधायकों में अजीत शर्मा, विजय शंकर दुबे, राजेश कुमार, प्रतिमा दास, संतोष मिश्र व मुरारी गौतम और विधान परिषद सदस्यों में प्रदेश अध्यक्ष डाॅ मदन मोहन झा, प्रेमचंद मिश्र व समीर कुमार सिंह ही मौजूद थे. बैठक में 13 विधायक व राजेश राम विधान परिषद सदस्य नहीं पहुंचे.
Posted By: Utpal kant