5G in Bihar: मोबाइल ऑपरेटर बदलने वाले उपभोक्ताओं में बिहार टॉप-5 में शामिल हैं. प्रदेश में 86 हजार मोबाइल उपभोक्ताओं ने टेलीकॉम ऑपरेटर बदल दिये हैं. सूत्रों के अनुसार जनवरी के बाद तेजी से मोबाइल उपभोक्ता टेलीकॉम ऑपरेटर बदल रहे है. पिछले दो माह में इनकी संख्या दो लाख से ऊपर हो सकता है. वैसे ही सही आंकड़ा ट्राइ की नया रिपोर्ट आने पर साफ हो पायेगा. मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (MNP) में पहले स्थान पर यूपी है. सिम बदलने के पीछे विशेषज्ञ मुख्य कारण कनेक्टिविटी की समस्या और ज्यादा डेटा लेने की प्रतियोगिता को मानते हैं. दूसरा सूबे के प्रमुख शहरों में 5जी की सर्विस शुरू होने के बाद कॉल ड्रॉप की समस्या बढ़ी है. ट्राइ के अनुसार बिहार-झारखंड सर्किल में दिसंबर-2022 की स्थिति में 9,0874,153 मोबाइल ग्राहक हैं. मोबाइल कंपनियों की अधिकारियों की मानें, तो लोगों में डाटा और तेज इंटरनेट की मांग ज्यादा है. ऐसे में 5जी सर्विस की ओर उपभोक्ताओं का झुकाव है, इसलिए उपभोक्ता बार-बार कंपनियां बदल रहे हैं.
-कनेक्टिविटी समस्या सबसे अधिक है. कॉल ड्रॉप से लेकर इंटरकॉल कनेक्टिंग की परेशानी बढ़ी है.
– जहां डेटा स्पीड अधिक मिलती है, उपभोक्ता वहीं इधर-से-उधर हो रहे हैं, क्योंकि डेटा की खपत और आवश्यकता तेजी से बढ़ती जा रही है.
– साथ ही वायस की भी परेशानी अलग से बढ़ी है. इसके कारण उपभोक्ताओं को दोबार में मोबाइल कनेक्टिविटी हो रहा है.
रिलायंस जियो की 5जी सर्विस : पटना. मुजफ्फरपुर, गया, भागलपुर, दरभंगा, बिहारशरीफ, आरा, पूर्णिया, बेगूसराय और कटिहार
एयरटेल की 5जी सर्विस : फतुहा, अररिया, जहानाबाद, फारबीसगंज, मोतिहारी, सीवान, सहरसा, मधेपुरा, लखीसराय, सुल्तानगंज, जमुई, गया, खगड़िया, पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, बोध गया, बेगूसराय, कटिहार, किशनगंज, पूर्णिया, गोपालगंज, बाढ़, बिहारशरीफ, बिहटा, नवादा और सोनपुर
सेवा क्षेत्र – पोटिंग अनुरोधों की संख्या
यूपी (पूर्वी- पश्चिम)- 2.99 लाख
मध्य प्रदेश- 1.16 लाख
बिहार- 86 हजार
गुजरात- 86 हजार
राजस्थान- 76 हजार
दिल्ली- 61 हजार