Bihar Corona Test: बिहार के जमुई (Jamui) जिले में कोरोना जांच (Covid-19 Test) को लेकर गलत सूचना दर्ज करने के मामले में तीन पदाधिकारियों पर कार्रवाई हुई है. स्वास्थ्य विभाग ने डीएम की रिपोर्ट के आधार पर सिविल सर्जन सहित तीनों पदाधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित (Suspend) कर दिया है. स्वास्थ्य विभाग (Health Department Bihar) ने शुक्रवार को इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी.
अधिसूचना में कहा गया है कि इन पदाधिकारियों के खिलाफ अलग से विभागीय कार्यवाही संचालित करने के लिए संकल्प जारी किया जायेगा. मामला जमुई जिले का है, जहां के सिकंदरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बरहट में बड़े पैमाने पर फर्जी लोगों के नामों पर कोरोना जांच की गयी है.
वहां पर बिना किसी व्यक्ति की कोरोना जांच किये बगैर उसका आंकड़ा दर्ज कर दिया गया है. साथ ही दर्जनों लोगों के मोबाइल नंबर एक ही दर्ज किया गया है, जिसने कभी अपनी जांच ही नहीं करायी है. इस मामले को लेकर जमुई के डीएम ने स्वास्थ्य विभाग को सभी जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की अनुशंसा की है. इसके आधार पर स्वास्थ्य विभाग ने जमुई के सिविल सर्जन डाॅ विजयेंद्र सत्यार्थी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
इसी प्रकार जमुई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी सह प्रभारी, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डाॅ विमल कुमार चौधरी और सिकंदरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ शाजिद हुसैन को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. तीनों पदाधिकारियों का निलंबन की अवधि में मुख्यालय स्वास्थ्य विभाग को बनाया गया है.
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सिविल सर्जन डॉ वीर कुंवर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कोरोना जांच के दौरान फर्जीवाड़ा का खंडन किया. उन्होंने बताया कि दिल्ली के एक अंग्रेजी अखबार में कोरोना टेस्ट में कथित फर्जीवाड़े की खबर आने के बाद स्वास्थ्य टीम ने शेखपुरा और बरबीघा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जांच की. जांच में मामला झूठा निकला.
Posted By: Utpal kant