बिहार के मोतिहारी में जहरीले पेय पदार्थ (Motihari Hooch Tragedy) पीने से मरने वालों की संख्या 33 के पार पहुंच गयी है. पुलिस के द्वारा घटना में लिप्त लोगों की गिरफ्तारी के लिए तबाड़तोड़ छापेमारी की जा रही है. वहीं, नीतीश कुमार ने मोतिहारी की घटना पर दुख जाहिर किया है. उन्होंने कहा कि राज्य में शराब के खिलाफ अभियान (Bihar Alcohol Ban) चलाया जा रहा है. लोगों को शराब नहीं पीने के लिए जागरुक किया जा रहा है. गड़बड़ करने वाले लोगों को पकड़ा जा रहा है. ऐसी घटना होने के बाद हमलोगों को भी दूख होता है कि हमारी सारी मेहनत बेकार हो गयी. शराब पीने से नुकसान होगा ही. हमें बापू की बातों को याद रखना चाहिए.
नीतीश कुमार ने कहा कि लोगों ने गलत किया है. मगर, फिर भी हमलोग उनके परिवार की मदद करेंगे. उनके परिवार के लोगों को सीएम रिलिफ फंड से चार-चार लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा. ये मुआवजा 2016 से अभी तक जहरीली शराब के कारण मारे गए लोगों को परिजनों को मिलेगा. उन्होंने बताया कि अधिकारियों को निर्देश दिया जा रहा है कि 2016 से सभी जिलों में जितनी भी मौत हुई है. उनका आंकड़ा तैयार किया जाए. लिस्ट के अनुसार, मृतक के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा.
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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उत्तर प्रदेश में अतीख अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद (Atiq Ahmad Ashraf Ahmed Shot Dead) की हत्या पर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि ये घटना दुखद है. प्रेस-मीडियावालों के बीच में कौन आकर खड़ा हो गया. इसकी जानकारी तो वहां के पुलिस को होनी चाहिए थी. किसी को जेल से इलाज के लिए ले जा रहे हैं या कहीं लेकर जा रहे हैं, तो ऐसी घटना का होना दुखद है. इसपर एक्शन होना चाहिए. किसी को सजा देने का काम कानून और कोर्ट का है. जो भी हुआ है, गलत हुआ है.