बिहार में पूर्वी चंपारण में संदिग्ध जहरीली शराब (Motihari Hooch Tragedy) से मौत का आकड़ा 21 के पास पहुंच गया है. बताया जा रहा है कि अभी तक तुरकौलिया में 11, हरसिद्धि में 3, पहाड़पुर में 3 और सुगौली में पांच लोगों की संदिग्ध मौत हुई है. शुक्रवार की रात स्थिति खराब होने से दो लोगों को मुजफ्फरपुर में भर्ती कराया गया था. उनकी भी आज सुबह मृत्यु हो गयी है. चिकित्सकों के मुताबिक मौक का कारण किसी जहरीली पेय पदार्थ के पीने के कारण या डायरिया हो सकता है. ऐसे में सभी शवों के पोस्टमार्टम का इंतजार कर रहे हैं. वहीं, डीआइजी जयकांत ने अभी तक केवल छह लोगों के मरने की पुष्टि की है. हालांकि, इस घटना के बाद एक बार फिर से बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) पर सवाल उछने लगे हैं.
पूर्वी चंपारण में मौत के मामले पर सीएम नीतीश कुमार ने पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बिहार में सभी देख रहे हैं कि कितनी सक्रियता है. फिर भी कुछ लोग बाज नहीं आ रहे हैं. लोगों को भी गलत काम नहीं करना चाहिए. सभी को इसे समझना चाहिए. लेकिन किसी को नुकसान होता है तो देखा ही जाता है. हमलोग सब को तो देख ही रहे हैं. बता दें कि बढ़ते मौत के आकंड़ों के बीच मेडिकल की एक टीम मोतिहारी में कैंप कर रही है. हालांकि, अभी तक जहरीली शराब से मौत की पुष्टि नहीं हुई है.
Also Read: नीतीश कुमार ने बिहार में जाति गणना के गिनाए फायदे, कहा- किस कास्ट की क्या स्थिति एक महीने में चलेगा पता
बताया जा रहा है कि अभी तक सदर अस्पताल में करीब दस मरीजों को भर्ती कराया गया है. कई लोगों को निजी अस्पतालों में भी भर्ती कराया गया है. इसमें से कई की स्थिति चिंता जनक बनी हुई है. जानकारी के मुताबिक, ज्यादातर मरीजों में आंख की रौशनी कम होने और बेचैनी की शिकायत दर्ज की गयी है. इस बीच मामले की जांच के लिए मद्य निषेध विभाग की टीम और एफएसएलकी टीम रवाना हो गयी है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया गया है.