बिहार के डीजीपी आरएस भट्टी, पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह समेत कुल 7 अधिकारियों को दिल्ली तलब किया गया है. बीते 13 जुलाई को पटना में हुए प्रदर्शन के दौरान भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल पर हुए लाठीचार्ज मामले में लोकसभा की विशेषाधिकार समिति ने ये एक्शन लिया है.
लोकसभा की विशेषाधिकार समिति ने भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल पर 13 जुलाई को पटना में लाठी चलाने के मामले में डीजीपी आरएस भट्ठी, पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी राजीव मिश्रा, समेत सात अधिकरियों को 21 सितंबर को तलब किया है. तलब किये गये अन्य अधिकारियों में पटना सिटी के एसडीओ वैभव शर्मा, एएसपी पटना सुश्री काम्या मिश्रा, डीएसपी पटना और पटना सेंट्रल सदर के एसडीओ खांडेकर श्रीकांत कुंडलिक हैं. सभी अधिकारियों को 21 सितंबर को दोपहर बाद तीन बले लोकसभा सचिवालय में तलब किया गया है.
इन सभी अधिकारियों पर 13 जुलाई को पटना में भाजपा के प्रदर्शन के दौरान महाराजगंज के भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सीग्रीवाल पर लाठी चलाने का आरोप है. सिग्रीवाल ने इन सबके खिलाफ लोकसभा की विशेषाधिकार समिति के समक्ष आवेदन दिया है. यह जानकारी भाजपा प्रवक्ता राकेश कुमार सिंह ने दी. उन्होंने बताया कि 13 जुलाई को शिक्षक के मुद्दे पर पटना में भाजपा ने प्रदर्शन किया था. इस दौरान भाजपा सांसद पर लाठीचार्ज कर दिया गया था. जिसमें सांसद सिग्रीवाल गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे. उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष विशेषाधिकार समिति को नोटिस दिया था. जिसके आलोक में अब अधिकारियों को तलब किया गया है.
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बता दें कि शिक्षकों से जुड़ी मांगों और नौकरी में वादाखिलाफी को लेकर भाजपा ने बीते 13 जुलाई 2023 को प्रदर्शन किया था. राजधानी पटना में आयोजित भाजपा के विधानसभा मार्च में काफी हंगामा मचा था. गांधी मैदान से विधानसभा जाने का जब भाजपाई प्रयास कर रहे थे तो बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने डाकबंगला चौराहे पर लाठीचार्ज कर दिया था. इस दौरान वाटर कैनन और आंसूगैस के गोले भी छोड़े गए थे. जिसमें 25 से अधिक लोग जख्मी हो गये थे. घायलों को फौरन अस्पताल पहुंचाया गया था. वहीं एक कार्यकर्ता की मौत भी इस दिन हुई थी जिसपर भाजपा नेताओं ने दावा किया था कि लाठीचार्ज के कारण ही यह मौत हुई. लेकिन बाद में प्रशासन ने सीसीटीवी फुटेज को आधार बनाते हुए दावे को खारिज किया था. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी यह बताया गया कि मौत की वजह लाठी से चोट नहीं थी.
इस लाठीचार्ज में महाराजगंज के भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल भी जख्मी हो गए थे. उनका एक वीडियो क्लिप वायरल हुआ था. जिसमें सांसद होने की जानकारी बार-बार पुलिसकर्मियों को दी जा रही थी लेकिन उनपर भी बलप्रयोग किया गया. इस दौरान अशोक यादव, पूर्व मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, कुढ़नी विधायक केदार गुप्ता, पूर्व सांसद अनिल यादव को भी चोटें आयीं थी. पुलिस ने महिला कार्यकर्ताओं को भी दौड़ा-दौड़ाकर पीटा था. वहीं इस लाठीचार्ज के विरोध में भाजपा ने राजभवन मार्च किया था.
पटना के डाबंगला चौराहे पर हुए इस हंगामे और लाठीचार्ज मामले में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, शाहनवाज हुसैन, सांसद सुशील सिंह, जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, विधायक नितिन नवीन व संजय सरागबी समेत कुल 59 भाजपा नेताओं को नामजद अभियुक्त बनाया गया था. जबकि 1000 से अधिक अज्ञात को अभियुक्त बनाते हुए कोतवाली थाना में केस दर्ज किया गया था. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को आरोपित नहीं बनाया गया था.
पुलिस पर हमला, सरकारी कार्य में बाधा डालने, पथराव करने और पुलिसकर्मियों के आंखों में मिर्ची पाउडर झोंकने व बिना अनुमति के प्रदर्शन व मार्च आदि करने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज किया गया था. इस पूरे घटनाक्रम पर आपकी नजर ले जाएं तो सुबह 10 बजे आर ब्लॉक और डाकबंगला पर पुलिस भारी संख्या में तैनात हो गयी थी. हजारों की संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता सुबह 11 बजे जेपी गोलंबर पर जुट गए. साढ़े 11 बजे जेपी गोलंबर से कार्यकर्ता विधानसभा की ओर निकल पड़े. 11 बजकर 45 मिनट पर फ्रेजर रोड होम प्लाजा के पास पथराव शुरू हो गया और आंसू गैस के गोले पुलिस की ओर से दागे गए.
12 बजे डाकबंगला चौराहे पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था. वाटर कैनन का भी प्रयोग किया. जबकि 2 बजे जहानाबाद के विजय कुमार सिंह की मौत की सूचना मिली. 2 बजकर 15 मिनट पर धरने पर बैठे भाजपा के शीर्ष नेताओं को हिरासत में लिया गया था. 3 बजे बड़ी संख्या में भाजपा नेता पीएमसीएच अस्पताल पहुंचे थे.चोट लगने से दरभंगा की भाजपा नेत्री मीना झा को ब्रेन हेमरेज हुआ था. जनार्दन सिग्रीवाल को सिर और चेहरे पर चोट आयी थी तो आइजीआइएमएस अस्पताल में प्राइवेट वार्ड में भर्ती किया गया था.