Bihar Assembly Election 2020 बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी गहमागहमी के बीच दूसरे चरण के नामांकन का शुक्रवार को आखिरी दिन रहा. खास बात यह है कि आधी आबादी की बात करने वाली पार्टियों में महिलाओं को मुकम्मल भागीदारी नहीं दी जा रही है. पहले चरण की 71 सीटों पर 28 अक्टूबर को वोटिंग होने जा रहा है. इन सीटों पर महिला प्रत्याशियों की भागीदारी 11 फीसदी के करीब है.
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में कुल 1,066 प्रत्याशी मैदान में डटे हुए हैं. इसमें महिलाओं का प्रतिशत 11 है. कुल प्रत्याशियों में 113 महिलाएं मैदान में हैं. विभिन्न पार्टियों के अलावा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में भी महिलाएं चुनाव मैदान में डटी हैं. खास बात यह है कि पहले चरण में 80 फीसदी महिलाएं पहली बार चुनावी मैदान में हैं. महिला प्रत्याशी भी मतदाताओं के बीच पहुंचकर अपनी बातों को रख रही हैं.
अगर महिला प्रत्याशियों की बात करें तो कटोरिया (सु) सीट पर पांच में से चार प्रत्याशी महिला हैं. बक्सर, लखीसराय, बरबीघा, मोकामा, अमरपुर, बांका, सूर्यगढ़ा, ब्रम्हपुर, राजपुर (सु), रामगढ़, मखदुमपुर (सु), गोह, ओबरा, रफीगंज, गुरुआ और झाझा सीट पर एक भी महिला प्रत्याशी मैदान में नहीं उतरी हैं. गया जिल के मखदुमपुर सीट के लिए दो महिलाओं ने नॉमिनेशन किया था. दोनों के नामांकन वैध नहीं पाए गए.
अब बात करते हैं 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव की. 2015 के बिहार चुनाव में वोट डालने वाले पुरुष मतदाताओं की संख्या 54 प्रतिशत थी. इसी चुनाव में कुल 59 प्रतिशत महिलाओं ने वोट डाला था. जबकि, जेडीयू ने 151 में 15 सीटों से महिलाओं को उतारा था. जिनमें चार की जीत हुई थी. राजद ने 101 में 10 सीटों पर महिलाओं को टिकट दिया था. सभी महिला प्रत्याशियों ने विधानसभा चुनाव जीत लिया था.
Posted : Abhishek.