राजधानी पटना केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बिहार के पुर्व उपमुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के पोस्टरों से पट चुका है. अमित शाह और तेजस्वी यादव के अलग-अलग पोस्टरों के माध्यम से अब बिहार की राजनीति एक नए मुद्दे के साथ गरमा चुकी है.राजधानी पटना में चारो तरफ दोनो के पोस्टर लगे हुए दिख रहे हैं.
7 जून को अमित शाह की बिहार जनसंवाद रैली :
दरअसल 7 जून की शाम 4:00 बजे से अमित शाह बिहार जनसंवाद रैली करेंगे. इस दौरान वो यूट्यूब, फेसबुक, सहित भाजपा के सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के द्वारा संबोधित करेंगे. इसके विरोध में तेजस्वी यादव सहित राजद ने इसी दिन गरीब अधिकार दिवस कार्यक्रम मनाने का फैसला किया है. राजद द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन 7 जून को सुबह 11:00 बजे से किया जा रहा है.
तेजस्वी यादव ने किया विरोध :
अमित शाह के बिहार जनसंवाद रैली का बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने विरोध करते हुए इस मुद्दे को लेकर एक के बाद एक कई ट्वीट किए. उन्होंने लिखा कि सरकार ‘वर्चुअल’ रैली के ढोंग से ज़मीन की ‘एक्चुअल’ सच्चाई को छिपाना चाहती है.
तेजस्वी करेंगे गरीब अधिकार दिवस कार्यक्रम :
अपने गरीब अधिकार दिवस कार्यक्रम के बारे में तेजस्वी लिखते हैं कि इस विपदा में सरकार ने किसान, मज़दूर और भूखे की थाली खाली रखी है इसलिए इनकी असंवेदनहीनता के प्रतिकार में 7 जून को हम थाली-कटोरा बजा के सरकार को जगाने का काम करेंगे.मज़दूरों, गरीबों, आम भारतीयों को उनके हाल मरता छोड़ चुनाव में उतर सकते हैं उन्हें उन्हीं की थालीपीट अन्दाज़ में जगाना, आईना दिखाना ज़रूरी है.
भाजपा ने किया है यह दावा :
बता दें कि भाजपा की बिहार इकाई गृह मंत्री अमित शाह की वर्चुअल रैली को सफल बनाने में जुट गई है. भाजपा इस कार्यक्रम में फेसबुक, ट्वीटर के अलावा नमो एप से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने की तैयारी कर रही है. पार्टी ने एक लाख से अधिक लोगों को इस रैली में शामिल होने का दावा किया है.
Posted by : Thakur Shaktilochan Sandilya