बिहार के जमुई में इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र भूख हड़ताल पर बैठे गए हैं. बताया जा रहा है कि हॉस्टल फी बढ़ाने व हॉस्टल की अव्यवस्था के खिलाफ जिले के अमरथ स्थित गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज जमुई के छात्रों ने भूख हड़ताल की. प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना था कि कॉलेज के हॉस्टल में अव्यवस्था है. इसे लेकर जवाबदेह लोग सुधार करने की बजाय मनमानी कर रहे हैं. कॉलेज हॉस्टल में करीब 400 लड़के-लड़कियां रहते हैं, जो कॉलेज के मेस में ही खाते हैं.
पूर्व में एक छात्र से हॉस्टल फी के तौर पर प्रत्येक माह 600 रुपया लिये जाते थे. अचानक हॉस्टल फी दोगुना बढ़ा दिया गया है. अब हॉस्टल में रहने वाले छात्र-छात्राओं से प्रत्येक माह 1200 रुपये की मांग की जा रही है. इतना ही नहीं पूर्व में खाने के लिए एक छात्र को प्रत्येक माह 3 हजार रुपया मेस चार्ज देना पड़ता था. उसे भी बढ़ाकर 3200 रुपया कर दिया गया है. जबकि भोजन की गुणवत्ता काफी खराब है. इसे लेकर जब भी हम मेस इंचार्ज से बात करने जाते हैं, उनके द्वारा मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. ना ही भोजन में कोई सुधार लाया जाता है. इन्हीं बातों को लेकर जमुई गवर्नमेंट कॉलेज के छात्र आक्रोशित हो गये. धरना-प्रदर्शन कर हंगामा किया.
इस दौरान कॉलेज परिसर में स्थित आर्यभट्ट भवन, सीवी रमन भवन व वैशाली भवन में रहने वाले सभी छात्र धरना पर बैठ गये. छात्रों ने इससे संबंधित एक आवेदन भी कॉलेज के प्राचार्य को सौंपा. छात्रों ने आवेदन में लिखा है कि हॉस्टल फीस में जो बढ़ोतरी की गयी है उससे काफी परेशानी हो रही है. हॉस्टल प्रबंधन के निर्णय से छात्र काफी नाखुश हैं. इसके अलावा मेस चार्ज का डेली बेसिस पर भुगतान करवाया जाना चाहिए. छात्रों को 6 महीने पहले ही इसका भुगतान करना पड़ता है.
हॉस्टल का लगभग सभी बाथरूम काफी बुरे हाल में है. वहां काफी गंदगी पसरी रहती है. नलों से पानी रिसता रहता है. वाश-बेसिन में हाथ धोने के बाद वह पानी सीधे पैरों पर आकर गिरता है. इतना ही नहीं हॉस्टल परिसर में भी काफी गंदगी रहती है. मौके पर छात्र काफी आक्रोशित रहे. हालांकि करीब तीन घंटे के बाद छात्रों का धरना समाप्त हो गया. कॉलेज के उप प्राचार्य के समझाने बुझाने व मामले में कार्रवाई के आश्वासन के बाद छात्र शांत हुए. गौरतलब है कि बीते दिनों भी विभिन्न मामलों को लेकर कॉलेज के छात्र आक्रोशित हो गये थे और उन्होंने काफी हंगामा किया था.