Bihar Flood Update: भागलपुर जिले में गंगा नदी व कोसी नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है. बुधवार को जलसंसाधन विभाग द्वारा जारी सूचना के अनुसार भागलपुर शहर व आसपास के इलाके में गंगानदी के जलस्तर में 21 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई. वहीं नवगछिया अनुमंडल से सटकर बहने वाली कोसी नदी का जलस्तर कुरसेला में 19 सेंटीमीटर बढ़ कर 29.19 मीटर पर पहुंच गया.
वहीं मुंगेर में गंगा के जल-स्तर में प्रति घंटा एक सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. इस कारण धीरे-धीरे मुंगेर में बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है. हालांकि गंगा अभी भी खतरे के निशान से 2.73 मीटर नीचे बह रही है. लेकिन पानी की रफ्तार को लेकर दियारावासी बाढ़ की संभावना से काफी डरे-सहमे हैं.
भागलपुर में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ कर 31.65 मीटर पहुंच गया, जो खतरे के निशान से करीब दो मीटर नीचे है. वहीं कोसी का जलस्तर खतरे के निशान से महज 81 सेंटीमीटर नीचे है. इधर भागलपुर शहर से सटे गंगानदी के दियारा का अधिकांश हिस्सा बाढ़ में डूब गया है. इससे यहां खेतीबारी व पशुपालन करनेवाले किसानों का पलायन शुरू हो गया है. पशुओं को खिलाने के लिए चारे की दिक्कत होने लगी है.
Also Read: Bihar Flood : कोसी एकबार फिर अपने विकराल रूप में, सुपौल में तबाही का मंजर, सैकड़ों घर नदी में विलीन
मुंगेर में एक ओर बाढ़ की संभावना को देखते हुए दियारावासी उचित ठिकानों के लिए चिंतित है तो वहीं अपनी आजीविका खेती-बारी, पशुपालन को लेकर काफी परेशान हैं. क्योंकि पिछली बार बाढ़ ने खूब तबाही मचायी थी. दियारावासी व गंगा तट पर बसे लोगों को लगभग एक माह तक खानाबदोश की जिंदगी जीनी पड़ी था.
मुंगेर में गंगा नदी के जल-स्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. मंगलवार की शाम 36.14 मीटर पर गंगा का जल-स्तर मापा गया था. जो बुधवार की संध्या 5 बजे 36.55 मीटर पर पहुंच गया. जबकि रात 10 बजे के करीब गंगा का जल-स्तर 36.60 पर जा पहुंचा.
केंद्रीय जल आयोग की मानें तो प्रति घंटा एक सेंटीमीटर की रफ्तार से जल-स्तर में बढ़ोतरी हो रही है. विदित हो कि मुंगेर जिले के 6 प्रखंड के लगभग 33 पंचायत बाढ़ से प्रभावित होता है. जिसमें मुंगेर सदर, बरियारपुर प्रखंड बुरी तरह बाढ़ से प्रभावित होती है. वर्ष 2021 में गंगा का जल-स्तर जब 40.15 मीटर पर पहुंच गया था तो मुंगेर सदर, बरियारपुर, जमालपुर, धरहरा, हवेली खड़गपुर, असरगंज इसकी चपेट में आ गया था.
इस बार गंगा के जल-स्तर में भले ही कई बार उतार-चढ़ाव देखा गया. लेकिन वर्तमान समय में जिस प्रकार प्रति घंटा एक सेंटीमीटर की रफ्तार से जल-स्तर बढ़ रहा है. उससे संभावना व्यक्त की जा रही है कि इस बार भी बाढ़ लोगों को परेशान करेगी.