बिहार में नौ नये डिग्री कॉलेज खोले जाने हैं. इसके लिए राज्य सरकार ने वित्तीय मंजूरी दी है. ये कॉलेज सहरसा जिले में सिमरी बख्तियारपुर, कटिहार जिले में मनिहारी, बेगूसराय जिले में तेघड़ा व बलिया, पूर्णिया जिले में बायसी, दरभंगा जिले में बेनीपुर, पश्चिमी चंपारण जिले में बगहा और नालंदा जिले में राजगीर शामिल है. राशि वित्तीय वर्ष 2022-23 के राज्य योजना मद से जारी की गयी है. सोमवार को मंजूर राशि में से पांच करोड़ रुपये दिये गये हैं. इस योजना मद में इन डिग्री कॉलेजों की स्थापना के लिए 21 करोड़ रुपये और दिये जाने हैं. इस योजना के क्रियान्वयन में गुणवत्ता के लिए बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड को जिम्मेदारी दी गयी है. फिलहाल इस वित्तीय वर्ष में केवल पांच करोड़ रुपये सोमवार को जारी किये गये हैं. महालेखाकार को इससे अवगत करा दिया गया है.
बिना आवेदन होगा पुनर्नामांकन
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में पीजी सत्र 2018-20 के फेल विद्यार्थियों का पीजी विभाग और कॉलेजों में पुनर्नामांकन नहीं हो रहा है. दो अतिरिक्त मौका मिलने के बाद भी जो विद्यार्थी सफल नहीं हुए, उनका वर्तमान सत्र में फिर से नामांकन लेना है. विवि की ओर से कहा गया था कि बगैर आवेदन के नामांकन लिया जायेगा. सोमवार को दर्जनों विद्यार्थी नामांकन नहीं होने की शिकायत लेकर विश्वविद्यालय पहुंचे थे. डीएसडब्ल्यू की अनुपस्थिति में विद्यार्थियों ने परीक्षा नियंत्रक डॉ संजय कुमार से मिलकर अपनी परेशानी बतायी. उनका कहना था कि विश्वविद्यालय ने आदेश दिया था कि उनका नामांकन बिना नये सिरे से आवेदन दिये ही संबंधित काॅलेज और विभागों में किया जायेगा. इसके बाद भी काॅलेज और विभाग आदेश नहीं होने का हवाला देकर नामांकन नहीं ले रहे हैं.
संबंधित कॉलेज और विभाग को भेजा पत्र
छात्रों की शिकायत के बाद परीक्षा नियंत्रक ने परीक्षा बोर्ड में लिये गये निर्णय के आलोक में डीएसडब्ल्यू डाॅ अभय कुमार सिंह के साथ समन्वय कर संबंधित काॅलेज और विभागों को पत्र भेजा. परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि ऐसे छात्र जो अतिरिक्त मौका मिलने के बाद भी उत्तीर्ण नहीं हो सके, उनका नामांकन संबंधित संस्थानों में बिना ऑनलाइन आवेदन के ही करना है. छात्र-छात्राओं का कहना था कि नये सत्र में नामांकित विद्यार्थियों का परीक्षा फार्म भरा जा रहा है और वे अबतक नामांकन के लिए ही चक्कर काट रहे हैं.