Bihar Kidnapping News: पटना से सटे बिहटा थाना क्षेत्र के कन्हौली गांव से अपहृत 12 वर्षीय तुषार की अपहरणकर्ता ने हत्या कर दी है. इस घटना को अंजाम किसी और ने नहीं, बल्कि जिस स्कूल व कोचिंग में तुषार पढ़ता था, उसी के संचालक सह शिक्षक मुकेश कुमार ने दिया है. मुकेश पर 20 लाख रुपये का कर्ज था. इसे चुकाने के लिए उसने अपहरण किया और फिर फिरौती की मांग की थी. फिरौती मांगने के पहले ही अपहरण के एक ही घंटे के बाद शिक्षक मुकेश ने तुषार की हत्या कर दी थी.
बेटे तुषार की हत्या के बाद परिवार टूट चुका है. पेशे से शिक्षक राजकिशोर के परिवार में काफी मन्नतों और छह बेटियों के बाद दो मार्च, 2011 को एक बेटा हुआ. इकलौते भाई तुषार की हत्या से सभी बहनें सदमें में हैं. उसकी हत्या से 14 दिन पहले उसके परिजनों ने दो मार्च को धूमधाम से उसका जन्मदिन मनाया गया था.
मृतक के परिजनों ने प्रशासन और सरकार से मांग की है कि आरोपित मुकेश को स्पीड ट्रायल के जरिये फांसी की सजा दिलायी जाये. पुलिस ने तुषार के अधजले शव के पास से चॉकलेटी कलर की चादर, जला हुआ सीमेंट का बोरा व माचिस की डिब्बी बरामद की है.
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मृत तुषार के पिता राजकिशोर पंडित ने कहा कि बेटे को डॉक्टर बनाने का सपना देखा था, लेकिन सपना अधूरा ही रह गया. इधर अपरहण मामले में स्थानीय पुलिस सुस्त दिखी. परिजनों ने कहा कि अगर पुलिस तुरंत सक्रिय होती, तो तुषार की जाच बच सकती थी. लेकिन, पुलिस ने देर से जांच शुरू की, जिससे आरोपित को उसकी हत्या करने का समय मिल गया.
वहीं एसएसपी राजीव मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूरी घटना के बारे में बताया. उन्होंने इस घटना को दिल दहला देने वाला बताया. एसएसपी ने बताया कि छह महीने पहले तुषार मोबाइल की जिद को लेकर घर से भाग गया था. वह बाइपास स्थित एक लाइन होटल पर खाना खाता हुआ मिला था. इस हरकत के बाद घर वालों ने उसे मोबाइल दिलवा दिया था. इधर, कुछ दिनों से वह बाइक लेने की जिद कर रहा था. शुरुआती जांच में पुलिस को लगा कि शायद तुषार बाइक के लिए ही खुद ऐसे कर रहा है. बताया कि हत्यारे शिक्षक मुकेश ने अपने कर्ज को खत्म करने के लिए एक छोटे-से बच्चे का सहारा लिया और उसकी हत्या कर दी.