Bihar News: आबादी के अनुपात में बिहार (Bihar) और झारखंड (Jharkhand) में डॉक्टर (Doctor) व नर्सों (Nurses)की उपलब्धता सबसे कम है. इन दोनों राज्यों में निर्धारित न्यूनतम मानकों से भी आधी से कम संख्या में डॉक्टर और नर्सें उपलब्ध हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा निर्धारित सतत विकास के लक्ष्य (एसडीजी) को हासिल करने के लिए प्रति 10 हजार की आबादी को सेवा देने के लिए चिकित्सक व नर्सों की संख्या 45 होनी चाहिए.
स्थिति यह है कि बिहार और झारखंड राज्यों में प्रति 10 हजार की आबादी को सेवा देने के लिए नर्स और डॉक्टरों की संख्या सिर्फ 10 है. चिकित्सक व नर्सों की इतनी कम संख्या में उपलब्ध होने पर स्वास्थ्य सेवाओं का 80 फीसदी लक्ष्य भी हासिल नहीं किया जा सकता है.
संसद (Parliament) में बीते शुक्रवार को पेश किये गये आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 में राज्यों के बीच चिकित्सकों व नर्सों की सघनता को लेकर रिपोर्ट प्रकाशित की गयी है. रिपोर्ट में बताया गया है कि स्वास्थ्य सेवाओं के 80 फीसदी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रति 10 हजार की आबादी पर 23 चिकित्सक व नर्सों की आवश्यकता है.
बिहार – झारखंड में नर्स और चिकित्सकों की संख्या भी अलग-अलग है. झारखंड में प्रति 10 हजार पर 10 चिकित्सक व नर्स उपलब्ध हैं. झारखंड में 10 स्वास्थ्यकर्मियों में छह नर्स और चार चिकित्सक हैं. झारखंड में नर्सों की संख्या अधिक है , जबकि चिकित्सकों की उपलब्धता कम है.
इधर, बिहार में भी प्रति 10 हजार की आबादी पर 10 चिकित्सक व नर्स उपलब्ध हैं, पर बिहार में चिकित्सकों की संख्या आठ है, जबकि यहां पर नर्सों की संख्या कम है. बिहार में प्रति 10 हजार की आबादी पर सिर्फ दो नर्स ही उपलब्ध हैं.
रिपोर्ट में बताया गया है कि डॉक्टरों की सर्वाधिक सघनता केरल और जम्मू-कश्मीर में है, जबकि नर्सों की सर्वाधिक सघनता के मामले में पंजाब, हिमाचल प्रदेश व छत्तीसगढ़ जैसे राज्य बेहतर हैं. डॉक्टर व नर्सों की संतुलित सघनता वाले राज्यों में आंध्र प्रदेश, दिल्ली व तमिलनाडु की स्थिति बेहतर है.
राज्य- कुल – डॉक्टर – नर्स
झारखंड- 10- 04- 06
बिहार – 10- 08- 02
ओडिशा- 13- 05- 08
उत्तर प्रदेश- 14- 08- 06
राजस्थान- 15- 05-10
हिमाचल- 16-06-10
महाराष्ट्र – 18- 08- 10
हरियाणा- 21- 08- 13
उत्तराखंड – 32- 08- 24
दिल्ली – 41- 10- 31
केरल – 65- 47- 23
Poasted By; Utpal kant