Bihar News: नये साल में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार बैठकें कर रहे हैं. सोमवार को उन्होंने आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय-2 (2020-25) के अंतर्गत सुशासन के कार्यक्रम सुलभ संपर्कता योजना की समीक्षा बैठक की. इसमें उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बिहार के सभी शहरों में सुगम यातायात के लिए खास पहल करें. उन्होंने शहरों में यातायात को सुगम बनाने के लिए खासतौर पर पहल करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है.
उन्होंने शहरों में बाइपास और फ्लाइओवर के निर्माण के लिए कार्ययोजना बनाकर तेजी से इस पर काम करने को कहा. सीएम ने कहा कि बिहार में सुलभ संपर्कता के लिए शहरी क्षेत्रों में जरूरत के मुताबिक बाईपासों एवं फ्लाईओवर के निर्माण के लिए कार्ययोजना बनाकर तेजी से काम करें.
शहर के अंदर भी फ्लाईओवर के निर्माण के लिए आकलन कर उस पर कार्य करें. उन्होंने कहा कि इससे यातायात सुगम होगा और लोगों को जाम से निजात मिलेगा. साथ ही समय की भी बचत होगी. बाईपास पथों के चयन में इस बात का ध्यान रखें कि भूमि अधिग्रहण कम से कम हो.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पथों का रखरखाव विभाग के माध्यम से ही हो. विभाग के इंजीनियरिंग विंग के लोग इस कार्य को बेहतर ढंग से करेंगे, जिससे सड़कों की गुणवत्ता बनी रहेगी. स्मूथ ट्रैफिक, लोगों की सुरक्षा एवं हित को ध्यान में रखते हुए रेलवे लाइनों पर आरओबी (रोड ओवरब्रिज) के निर्माण कार्य तेजी से कराया जाये.
इस बैठक के दौरान पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने ‘सुलभ संपर्कता योजना’ से संबंधित एक प्रस्तुतीकरण दिया. इसमें शहरी क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार बाईपास या फ्लाइओवरों के निर्माण के संबंध में विस्तृत जानकारी दी. राज्य के सभी 38 जिलों में पथवार अध्ययन कर जाम लगने वाले स्थानों का चयन, जिलावार अनुशंसित बाईपासों की संख्या तथा उनकी कुल लंबाई के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गयी.
Posted By: Utpal kant