Bihar News: बिहार के बेतिया (Bettiah) के नगर पंचायत रामनगर कार्यालय में एक सरकारी बाबू (Bihar Govt officer) को विजिलेंस की टीम (Vigilance Team) ने शुक्रवार को रिटायर्ड कर्मी 20 हजार रुपये घूस (Bribe) लेते रंगेहाथ दबोचा. घटना की सूचना फैली तो स्थानीय नेता लोग कार्यालय पहुंचे और विजिलेंस की पकड़ से सरकारी बाबू को जबरन छुड़ा ले गए. करीब एक घंटे तक कार्यालय परिसर में गहमाहमी का माहौल रहा.
नगर पंचायत रामनगर कार्यालय में कार्यपालक पदाधिकारी (इओ) के पद पर कार्यरत जितेंद्र कुमार सिन्हा निगरानी की टीम ने घूस लेते उस समय धर दबोचा, जब इओ कार्यालय के कार्यों का निपटारा कर रहे थे. इस सूचना के बाद वार्ड पार्शद अरिजीत नारायण सिंह उर्फ गिफ्फी सिंह के नेतृत्व में दर्जनों की संख्या में पहुंचे अन्य लोगों द्वारा निगरानी की टीम के साथ काफी बहस व नोकझोंक की गई. मसलन करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद टीम के हाथों लोग इओ को छुड़ा ले गये.
बताते है कि नपं के पूर्व प्रधान सहायक प्रसिद्वनाथ तिवारी से पंचम वेतनमान का एरियर भुगतान को लेकर इओ ने नकद 30 हजार रुपये बतौर रिश्वत की मांग की थी. लिहाजा शुक्रवार को तिवारी तय राशि की प्रथम किश्त की राशि में से 20 हजार रुपये देने के लिए कार्यालय पहुंचे. इसी बीच रुपये कार्यपालक पदाधिकारी को जैसे ही दे रहे थे. उसी समय निगरानी की टीम आ धमकी और इओ को 20 हजार रुपये के साथ दबोच लिया.
वहीं इओ के पकड़े जाने से नाराज पार्षदों व स्थानीय लोग टीम के सदस्यों के साथ धक्का–मुक्की और नोकझोंक कर इओ को कार्यालय से बाहर सड़क तक ले आये जहां करीब आधे घंटे तक पुन: धक्का मुक्की का माहौल बना रहा. तभी इओ के समर्थक उन्हें दौड़ाकर भगा ले गये जहां कुछ दूर पैदल जाने के बाद बाइक पर सवार कर ओझल कर दिया.
इधर इस घटना को लेकर निगरानी की पुलिस टीम भीड़ के आगे बेवस दिखी. टीम के डीएसपी सर्वेष कुमार सिंह ने बताया कि इओ को 20 हजार रुपये के साथ रिश्वत लेते पकड़ा गया था. लेकिन पार्षद अरिजीत नारायण सिंह के नेतृत्व में पहुंचे प्रतिनिधि व लोगों द्वारा उन्हें छुड़ा ले जाया गया. सिंह ने बताया कि इस पूरी घटनाक्रम की वीडियोग्राफी की गई है. इस मामले में शामिल लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
रामनगर नगर पंचायत में पदस्थापित इओ जितेंद्र कुमार सिन्हा नालंदा जिले के नालंदा थाना क्षेत्र के कुल गांव के निवासी है. वे नगर सेवा के अधिकारी के रूप में वर्ष 2019 के 29 जनवरी को रामनगर नगर पंचायत का पदभार ग्रहण किया था.
गौरतलब है कि शुक्रवार की दोपहर जैसे ही निगरानी विभाग की टीम नपं कार्यालय के अंदर दाखिल हुई और इसकी भनक कार्यालय में कार्य कर रहे कर्मियों को लगी तब तक बाबू अपनी- अपनी कुर्सी छोड़ कार्यालय से बाहर खिसकने लगे. हाल यह रहा कि जब निगरानी की टीम कार्यालय में कार्यरत कर्मियों की खोजबीन शुरू की तो चपरासी को छोड़ वहां कोई नहीं दिखा. जो कर्मी कार्यालय से बाहर थे वहीं से भागने लगे.
Posted By: Utpal kant