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बिहार में अब नहीं मिलेगी ये नौकरी, राज्य सरकार ने 4 दर्जन से ज्यादा पदों को किया खत्म, जानें क्या बतायी वजह

बिहार सरकार वित्त विभाग में निम्न वर्गीय क्लर्क से अधिक चपरासी का पद है.यह सुनने में जरूर कुछ अटपटा सा लगता है,लेकिन सत्य है. वित्त विभाग में निम्नवर्गीय क्लर्क के 49 और कार्यालय परिचारी (चपरासी) के 229 पद स्वीकृत हैं.

बिहार सरकार वित्त विभाग में निम्न वर्गीय क्लर्क से अधिक चपरासी का पद है.यह सुनने में जरूर कुछ अटपटा सा लगता है,लेकिन सत्य है. वित्त विभाग में निम्नवर्गीय क्लर्क के 49 और कार्यालय परिचारी (चपरासी) के 229 पद स्वीकृत हैं. लेकिन वित्त विभाग ने अपनी जरूरत के हिसाब से कुछ पदों को खत्म और कुछ पदों का सृजन करने का निर्णय लिया है.विभाग ने एक तरफ जहां जरूरत से अधिक कार्यालय परिचारी के पदों की संख्या को देखते हुये 59 पद को समाप्त कर दिया है. वहीं, निम्नवर्गीय क्लर्क के कमी को देखते हुये उनके 71 अतिरिक्त पदों का सृजन किया है.अतिरिक्त पदों के सृजन से सरकार को 75.16 लाख अतिरिक्त खर्च करना पड़ेगा.

निम्नवर्गीय क्लर्क का पद बढ़ाने के पीछे वित्त विभाग का तर्क

निम्नवर्गीय क्लर्क का पद बढ़ाने के पीछे कहा है कि वित्त विभाग में कार्य का दायर लगातार बढ़ता जा रहा है.कार्य की प्रकृति में भी बदलाव हो रहा है. एचआरएमएस, सीएफएमएस, ई-ऑफिस जैसे कार्य बढ़ गये हैं. विभाग में प्रशाखा पदाधिकारी के अतिरिक्त विभिन्न सवंर्ग पदाधिकारियों के 84 स्वीकृत पदों और वर्तमान में कार्यरत 43 प्रशाखाओं को देखते हुये निम्नवर्गीय लिपिक का स्वीकृत संख्या अपेक्षताकृत कम है. इस कमी के कारण कार्यों के सुचारु रूप से करने में परेशानी आती है. विभाग ने समीक्षा के बाद निम्नवर्गीय लिपिक की कम संख्या को देखते हुये लिपिक के पदों की संख्या को बढ़ाकर 120 करने का निर्णय लिया,यानी कुल 71 अतिरिक्त पदों का सृजन किया गया. वहीं, कार्यालय परिचारी की संख्या 229 से कम करके 170 पद करने का भी निर्णय लिया गया.

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पद व संवर्ग पूर्व स्वीकृत संख्या वर्तमान स्वीकृत संख्या

कार्यालय परिचारी 229 170

निम्नवर्गीय लिपिक 49 120

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