अगस्त -सितंबर में संभावित पंचायत चुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी है. इवीएम लाने के लिए टीम राजस्थान के लिए रवाना हो गयी है. वही बैलेट चुनाव के लिए मतपेटी के रंग-रोगन को लेकर टेंडर की प्रक्रिया चल रही है. वही दूसरी ओर बाढ़ प्रभावित इलाके में चुनाव को लेकर प्लान तैयार किया जा रहा है.
राज्य निर्वाचन आयोग ने बाढ़ प्रभावित इलाके में विशेष तैयारी के लिए कहा है. ऐसे जगहों पर बूथ को लेकर सर्वे होगा. दरअसल,बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की पंचायतों से पूरी तरह पानी निकलने की संभावना कम है. पंचायत के मतदाता भी बाढ़ राहत शिविरों में रहते हैं, ऐसे में उनकी चुनाव में भागीदारी कम होगी.
बाढ़ प्रभावित जिलों से मांगी रिपोर्ट- पंचायत चुनाव (Panchayat Election) कराने के पूर्व बाढ़ प्रभावित जिलों से जल-जमाव वाली पंचायतों की रिपोर्ट मांगी गयी है. इस रिपोर्ट के आधार पर चुनाव की तिथि निर्धारित की जायेगी. इसके साथ ही, बाढ़ प्रभावित पंचायतों में स्थित मतदान केंद्रों (बूथों) का स्थल निरीक्षण कराया जायेगा. जल-जमाव वाले क्षेत्रों में स्थित बूथों में आवश्यकता के अनुसार परिवर्तन भी किया जा सकता है. इसके साथ ही ऐसे जगह पर चलंत बूथ और नाव की व्यवस्था होगी.
बताते चलें कि बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है. पहले फेज में राज्य के सभी बूथों का भौतिक सत्पायन किया जाएगा. इसके बाद बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया जा सकता है. बताया जा रहा है कि राज्य में दस फेज में चुनाव कराया जा सकता है.
ये जिले बाढ़ से प्रभावित- बता दें कि बिहार के मुजफ्फरपुर, वैशाली, पटना, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, मधुबनी, समस्तीपुर और सीतामढ़ी जिले बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित है. वहीं सीमांचल के कुछ जिलों में भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है.
Posted by : Avinish Kumar Mishra