बिहार में कोरोना महामारी के बीच पंचायत चुनाव को लेकर राजनीति फिर से तेज हो गई है. बिहार के विपक्षी पार्टी माले ने नीतीश सरकार से मांग करते हुए कहा है कि राज्य में पंचायत का कार्यकाल करीब 6 महीने तक बढ़ाया जाए. माले ने कोरोना कंट्रोल करने के मामले में सरकार पर फेल्योर होने का भी आरोप लगाया है.
माले के सचिव कुणाल ने कहा कि कोरोना के कारण नीतीश सरकार को चाहिए कि पंचायत का कार्यकाल जह महीने और बढ़ा दें. उन्होंने आगे कहा कि सरकार साजिश के तहत मुखिया और सरपंच के पावर को अधिकारियों के हवाले करना चाहती है. सरकार की यह कोशिश गैर लोकतांत्रिक है और हम इसका विरोध करेंगे.
माले के सचिव कुणाल ने पहले के चुनावों का उदाहरण देते हुए कहा है कि ऐसा कई बार हुआ है कि सरकार ने पंचायत इलेक्शन (Panchayat Election) नहीं करा पाने की स्थिति से मुखिया और सरपंच का कार्यकाल बढ़ाया. उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि सरकार हमारी मांगों को मानेगी और बिहार में त्रिस्तरीय लोकतांत्रिक व्यवस्था को सुचारू रूप से चलने देगी.
बिहार में कब होगा पंचायत चुनाव- बिहार में पंचायत चुनाव मई-जून में प्रस्तावित था, लेकिन कोरोनावायरस के कारण यह फिलहाल टलता नजर आ रहा है. पंचायत का कार्यकाल इसी महीने खत्म हो जाएगा. माना जा रहा है कि सरकार कोरोना के कम होने के बाद इसपर निर्णय करेगी. बताया जा रहा है कि इस बार बिहार में ईवीएम के माध्यम से इलेक्शन कराया जा सकता है.
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Posted By : Avinish Kumar Mishra