Bihar Politics: स्टाइपेंड में वृद्धि को लेकर हड़ताल (Junior Doctor Strike) पर गये बिहार के मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के जूनियर डॉक्टरों और स्वास्थ्य विभाग के बीच गतिरोध बना हुआ है. इदर, ‘हम’ पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) जूनियर डॉक्टरों के पक्ष में बात की है.
उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय से अनुरोध किया है कि राज्यहित जूनियर डाक्टरों की सभी मागों को मान ली जाए. पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया- मुख्यमंत्री @NitishKumar जी,स्वास्थ्य मंत्री @mangalpandeybjp जी से अनुरोध है कि कोरोना महामारी को देखते हुए राज्यहित में जूनियर डाक्टरों की सभी मागों को मानकर अविलंब उनकी हड़ताल को ख़त्म करवाएं. जूनियर डाक्टरों की हड़ताल का सीधा असर गरीबों पर पड़ रहा है.
बता दें कि जूनियर डॉक्टरों की चल रही हड़ताल सोमवार को छठे दिन भी जारी रही. इससे अस्पतालों में इमरजेंसी सहित सभी तरह की सेवाएं चरमरा गयी हैं. सोमवार को पीएमसीएच के अधीक्षक डाॅ विमल कारक गतिरोध समाप्त करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत से मिले. प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि हड़ताल के मुद्दे पर अब तक कोई नतीजा नहीं निकला है.
इधर जूनियर डॉक्टरों के हडताल पर जाने से राज्य के मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में इमरजेंसी सहित सभी तरह की सेवाएं चरमरा गयी हैं. निर्धारित ऑपरेशन टाले जा रहे हैं. इधर, जूनियर डॉक्टर हड़ताल को लेकर न तो प्राचार्य और नहीं अधीक्षक से बात कर रहे हैं. पीएमसीएच की अनुशासन समिति ने अस्पताल के अधीक्षक डाॅ विमल कारक को जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल समाप्त कराने को लेकर अधिकृत कर दिया है.
इधर जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ हरेंद्र कुमार और सचिव डॉ कुंदन सुमन ने प्रभात खबर से कहा कि हमारी एक ही मांग है. सरकार अगर अभी इसे मान ले तो हम अभी हड़ताल तोड़ देंगे. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि स्टाइपेंड बढ़ाया जाये.
Posted By: Utpal Kant