Bihar Politics: बिहार की राजनीति में गजब सियासी संयोग चल रहा है. लोजपा नेता चिराग पासवान (Chirag Paswan) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर हमलावर रहते हैं और भाजपा (BJP) के लिए कभी कुछ नहीं कहते. ठीक इसी प्रकार सीपीआई नेता कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) भाजपा और पीएम मोदी (PM Modi) पर हमेशा हमला बोलते हैं लेकिन सीएम नीतीश पर मौन रहते हैं.
शायद यही कारण है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी मंत्री और जदयू के ‘चाणक्य’ कहे जाने वाले अशोक चौधरी (Ashok choudhary) के साथ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के नेता और जेएनयू छात्र संघ (JNUSU) के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार की एक तस्वीर सामने आने के बाद कई सवाल खड़े हुए हैं. रविवार को बिहार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी से कन्हैया कुमार मुलाकात करने गए थे. इस मुलाकात को राजनीतिक दृष्टिकोण से देखा जा रहा है.
हालांकि इस मुलाकात को औपचारिक बताया जा रहा है लेकिन बिहार के सियासी गलियारे में इन दिनों नेताओं के मिलने जुलने का मामला पार्टी बदलने तक पहुंच जा रहा है. हाल में एसे कई घटनाक्रम हुए हैं. बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) के बाद इन दिनों चल रहे पाला बदल के दौर में इस मुलाकात को अहम माना जा रहा है.
बिहार चुनाव के बाद से जदयू दूसरे दलों और उनके नेताओं को अपने पाले में करने की लगातार कोशिश कर रहा है. जदयू इन दिनों पार्टी की मजबूती पर फोकस कर रहा है. इसी बैकग्राउंड में कन्हैया कुमार की अशोक चौधरी से मुलाकात को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.
कन्हैया की अशोक चौधरी से मुलाकात के पहले लोजपा के नवादा से सांसद चंदन कुमार ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके आवास पर मुलाकात की थी. चंदन कुमार ने इस मुलाकात को गैर राजनीतिक बताया है, लेकिन राजनीतिक कयासबाजी तो हो ही रही है.
Posted By: Utpal kant