Bihar Politics: बिहार में नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के नेतृत्व में नयी सरकार की गठन के 84 दिन बाद मंगलवार को मंत्रिमंडल का विस्तार (Nitish Cabinet Expansion) हुआ. भाजपा (BJP) और जदयू (JDU) के कुल 17 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली है. बिहार की एनडीए सरकार (NDA Govt) में शामिल पार्टी ‘हम’ (HAM)और ‘वीआईपी’ (VIP) के हिस्से कुछ नहीं आया. शायद यही कारण है कि वीआईपी के सुप्रीमो और पशुपालन एवं मत्स्य विभाग के मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) खुश नहीं है. ऐसे में वो आज दिल्ली में एनडीए के शीर्ष नेता से मुलाकात करेंगे.
हालांकि उन्होंने इस मामले में खुल कर कुछ नहीं कहा है. इतना ही नहीं उन्होंने मंगलवार को कैबिनेट विस्तार के बाद नये मंत्रियों क ट्वीट कर बधाई भी दी थी. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, वीआईपी सुप्रीमो को उम्मीद थी कि नीतीश मंत्रिमंडल के विस्तार में वीआइपी के एक और विधायक को मंत्री बनाया जाएगा. लेकिन भाजपा और जदयू से इतर मंत्रिमंडल विस्तार में ना तो वीआइपी को तवज्जो दी गयी और ना ही जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को.
वो भी तब जब दोनों नेता ने कुछ दिन पहले सार्वजनिक तौर पर कम से कम एक मंत्री पद की मांग की थी. हालांकि बिहार कैबिनेट विस्तार के बाद मांझी और सहनी मौन ही रहे. इसी बीच खबर आयी कि सहनी दिल्ली पहुंच गए हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मुकेश सहनी ने बुधवार को कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार से पहले उन्हें बताया गया था कि उनके हिस्से कुछ आएगा लेकिन जब विस्तार हुआ तो उनकी अनदेखी की गई.
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी इस पर अपना विरोध दर्ज कराती है. हालांकि उन्होंने किसी प्रकार की वाद-विवाद की स्थिति से इंकार किया. कहा कि वे इस मामले को भाजपा के वरिष्ठ नेता और देश के गृह मंत्री अमित शाह के सामने उठाएंगे. पहले से उनका आरक्षण के मसले पर शाह से मिलने का कार्यक्रम है.
इस मुलाकात में वे एक और मंत्री पद का मामला निश्चित रूप से उठाएंगे और उन्हें जानकारी देंगे. बता दें कि मुकेश सहनी हाल ही एमएलसी चुनाव के वक्त भी नाराज थे. उन्होंने चुनाव में उतरने से इनकार कर दिया था लेकिन कहा जाता है कि अमित शाह के फोन करने पर उन्होंने एमलएलसी बनने का फैसला किया.
Posted By: Utpal kant