बिहार में बालू माफियाओं के हौसले बढ़ते जा रहे हैं. वो अब पुलिस पर हमला करने से भी नहीं चूक रहे हैं. शुक्रवार को बाल के अवैध खनन रोकने के लिए छापेमारी में गयी खनन विभाग की टीम पर बालू माफियाओं ने ईंट-पत्थर से हमला कर दिया. इससे खनन निरीक्षक सहित छह पुलिसकर्मी घायल हो गये है. वहीं, खनन विभाग के वाहन को क्षतिग्रस्त हो गयी है. नारदीगंज थाना क्षेत्र के मधुबन गांव के पास करीब दर्जनों ट्रैक्टरों से अवैध रूप से बालू की उठाव किया जा रहा था. इसकी सूचना पर खनन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर बालू उठाव कर रहे ट्रैक्टर को जब्त कर थाना लाना चाह रही थी. इसी बीच बालू माफिया ने दर्जनों असामाजिक तत्वों के साथ खनन टीम पर लाठी-डंडे ईंट-पत्थर से हमला कर कई ट्रैक्टर को छुड़ा कर ले भागा. हमला इस कदर किया कि खनन निरीक्षक अपूर्वा सिंह तथा रुकैया खातून सहित पांच शस्त्र पुलिस बल बुरी तरह चोटिल हो गये. इसमे सैप जवान राजीव कुमार जख्मी हो गये है. उन्हें इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया है.
बालू माफियाओं ने जिला खनन विभाग के स्कॉर्पियो व बोलेरो गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया. इस हमले में मधुबन व कुंझा गांव के लोगों ने मिलकर हमला किया है. घटना गुरुवार की देर शाम की है. खनन विभाग के द्वारा वरीय पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की जानकारी दी गयी. सूचना पर नारदीगंज थाना व मुफस्सिल थाना पुलिस सहित पुलिस लाइन से लगी संख्या में पुलिस बल भेज कर मामले को नियंत्रण करते हुए बालू माफिया के ठिकाने पर छापेमारी की. पुलिस की कड़े एक्शन में करीब अवैध बालू लदे छह ट्रैक्टर एक लाइनर की बाइक सहित तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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गिरफ्तार आरोपितों में नारदीगंज थाना क्षेत्र के मधुबन गांव निवासी मिथिलेश यादव के बेटे चंदन कुमार, कूंझा गांव के अवधेश चौधरी के बेटे रंजीत कुमार और कुंझा गांव के रामप्रवेश चौहान के बेटे नीतीश कुमार शामिल है. गिरफ्तार आरोपित हमले में शामिल था. खनन निरीक्षक अपूर्वा सिंह के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस कर्रवाई में जुट गयी है. छह अवैध बालू लदे ट्रैक्टर तथा मालिक पर अवैध खनन अधिनियम के तहत खनन परिवहन के आरोप में अलग से प्राथमिकी दर्ज की गयी है.