बेतिया: उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से रोहुआ नदी को गंडक से जोड़ने के लिए निर्माणाधीन चैनल निर्माण का लौरिया विधायक विनय बिहारी ने न सिर्फ कड़ा विरोध किया है, बल्कि कार्य नहीं रोके जाने पर विधायक पद से इस्तीफे की भी बात कह दी है. इस मुद्दे को लेकर विधायक आर-पार के मूड में दिख रहे हैं. मामले में विधायक ने इस काम को रोकने के लिए उपमुख्यमंत्री रेणु देवी को पत्र लिखा है.
पत्र में विधायक ने कहा है कि चैनल निर्माण होने के बाद उनके विधानसभा क्षेत्र के 10 पंचायतों के लोग बाढ़ के कारण विस्थापित हो सकते हैं. बैरिया प्रखंड के कई गांव का भी अस्तित्व समाप्त हो सकता है. विधायक ने बताया है कि उत्तर प्रदेश के सिंचाई विभाग की ओर से इस चैनल का निर्माण कराया जा रहा है. इसमें बिहार सरकार की भी सहमति है. जबकि यहां के कई लोगों को इसकी जानकारी नहीं है. विधायक ने कहा है कि अगर यहां के लोगों को सुरक्षित किए बिना इस चैनल का निर्माण कराया गया तो मजबूर होकर वें विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे देंगे।.इधर विधायक का एक वीडियो क्लिप भी वायरल हुआ है.
इसमे विधायक ने डीएम को संबोधित करते हुए कहा है कि यूपी सरकार की ओर से निर्माण कराए जा रहे चैनल के कारण यहां की 70 हजार से ज्यादा की आबादी प्रभावित हो जाएगी. मैं इस काम को नहीं करने दूंगा. अगर विवश किया गया तो मैं जनता को देखूंगा. अपने पद से त्यागपत्र दे दूंगा. मेरे आंख के सामने मेरी जनता बाढ़ में बह जाए यह मैं देखता नहीं रहूंगा.
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एसडीएम ने बंद कराया काम– इधर विधायक विनय बिहारी के कड़े विरोध के बाद चैनल निर्माण का काम शुक्रवार को बंद हो गया. सदर एसडीएम विद्यानाथ पासवान मौके पर पहुंचे और काम को रुकवा दिया. एसडीएम ने बताया कि इस काम की जानकारी जिला प्रशासन को नहीं है. ऐसे में काम नहीं कराया जा सकता. बता दें कि इस निर्माण कार्य का विगत 2 दिनों से स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं. इसके खिलाफ लोगों ने प्रदर्शन भी किया है
क्या है मामला?– दरअसल, गंडक परियोजना की ओर से दियारे में मृतप्राय छाड़न नदी में पायलट चैनल का निर्माण किया जा रहा है. यूपी में गंडक नदी के तट पर बसे गांवों को कटाव एवं बाढ़ से बचाने के लिए पायलट चैनल का निर्माण हो रहा है, ताकि नदी की धारा यूपी सीमा से सटकर बहने के बजाय बिहार की ओर आकर बहे. इससे आशंका है कि जिस तबाही से यूपी के सीमावर्ती गांवों के लोग जूझ रहे हैं, वहीं तबाही अब पश्चिम चंपारण जिले के लोगों को झेलना पड़ेगा. इसको लेकर गांव के लोग गोलबंद होने लगे हैं. विधायक भी इसको लेकर मुखर हैं.
Posted By: Avinish Kumar Mishra