बिहार में ब्लैक फंगस और कोरोनावायरस का कहर डॉक्टरों पर भी बरपा है. राज्य में अब तक एक डॉक्टर की मौत ब्लैक फंगस से हो गई है, जबकि 96 मरीजों की मौत कोरोना वायरस से हो गई है. वहीं बिहार सरकार ने ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया है. बिहार में कोरोनावायरस की वजह से 5 मई से लॉकडाउन लागू है.
जानकारी के अनुसार बिहार में ब्लैक फंगस की वजह से अब तक एक डॉक्टर की मौत हो चुकी है, जबकि कई डॉक्टर अब भी इससे संक्रमित हैं. वहीं राज्य में कोरोना से 96 मरीजों की मौत हो गई है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने इस संबंध में एक पत्र भी जारी किया है.
देश में कोरोना से 450 से अधिक डॉक्टरों की मौत– इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि देश में कोरोना से अब तक 450 से अधिक मरीजों की मौत हो गई है. सबसे अधिक 100 मरीजों की मौत राजधानी दिल्ली में हुई है. इधर, आईएमए ने कहा कि जल्द ही डॉक्टरों की मौत की वजह जानने के लिए एक टीम को हरेक राज्य भेजा जाएगा.
50 लाख राशि का प्रावधान- बिहार में सरकारी डॉक्टर अगर कोरोना संक्रमितों का इलाज करने के दौरान संक्रमण की चपेट में पड़ते हैं और उनकी जान चली जाती है तो ऐसे डॉक्टरों को सरकार 50 लाख रुपए प्रदान करती है. सरकार की ओर से मरने वाले परिजनों को फ्रंट लाइन वॉरियर्स के रूप में लड़ाई लड़ने और शहीद होने के कारण 50 लाख रुपये की बीमा राशि मिलने का प्रावधान है.
बताते चलें कि बिहार में पिछले 24 घंटे में कोरोनावायरस के 4300 से अधिक मरीज सामने आए हैं. राज्य में सबसे अधिक मरीज राजधानी पटना में मिले हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से करीब 100 से अधिक मरीजों की मौत कोरोना से हो गई है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra