पटना साइंस कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर व पूर्व डीएसपी डॉ अखिलेश कुमार ने बताया बीपीएससी की 68 वीं मुख्य परीक्षा को लेकर बचे हुए वक्त में समय का कैसे उपयोग करें जिससे बेहतरीन रिजल्ट आने के चांस बढ़ जाए. उन्होंने कहा 68वीं बीपीएससी मुख्य परीक्षा 12 मई से शुरू हो रही है. किसी भी परीक्षा की तैयारी को फाइनल टच देने के लिए अंतिम सप्ताह अहम होता है. यदि अभ्यर्थी इन अंतिम 5-7 दिनों और परीक्षाओं के बीच के गैप का सही उपयोग कर ले तो वह उसके लिए वरदान साबित हो सकता है. इस बार 68वीं बीपीएससी मुख्य परीक्षा में पहली बार कई बदलाव किये गये हैं. इसलिए नये तथा पुराने सभी अभ्यर्थियों के लिए यह परीक्षा पूर्व की परीक्षाओं से अलग है. अभ्यर्थी अपने इन चार प्रमुख बातों पर अपना ध्यान केंद्रित करें.
इस बार मुख्य परीक्षा में 300 – 300 नंबर के जीएस के दो पेपर (जीएस – I एंड जीएस – II) रहेंगे. अभ्यर्थियों को 100- 100 नंबर के कुल तीन निबंध लिखने होंगे. समय तीन घंटे मिलेंगे. इस प्रकार मेरिट के लिए कुल 900 नंबरों की परीक्षा ली जायेगी. इसके साथ ही 100 नंबर की सामान्य हिंदी (सब्जेक्टिव) तथा 100 नंबर का ऑप्शनल पेपर (ऑब्जेक्टिव ) रहेगा. ये दोनों पेपर क्वालीफाइंग होंगे, अर्थात इसके नंबर मेरिट में नहीं जुड़ेंगे.
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इस बार मुख्य परीक्षा में चार बड़े बदलाव किये गये हैं-
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मेरिट से वैकल्पिक विषय को हटा दिया गया है.
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वैकल्पिक विषय के स्थान पर सौ – सौ नंबरों के तीन निबंधों को लाया गया है .
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नये पैटर्न में वैकल्पिक विषय सिर्फ क्वालिफाइंग रहेगा.
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वैकल्पिक विषय अब वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का होगा और इसका कुल प्राप्तांक 100 नंबर ही रहेगा.
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इन बातों पर अमल करके आप अपनी तैयारी को फाइनल टच दे सकते हैं-
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नया टॉपिक पढ़ने से परहेज करें, क्योंकि कम समय में किसी नये टॉपिक पर समझ विकसित कर पाना बेहद मुश्किल है. इससे आपका तनाव बढ़ेगा.
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प्रश्नों को लिखने का अभ्यास या मॉक टेस्ट आदि भी बंद कर दें.
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इस वक्त ग्रुप डिस्कशन आदि भी बंद कर दें.
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सबसे ज्यादा वक्त पूर्व में पढ़े व तैयार किये गये टॉपिक्स को बार-बार रिवाइज करने में दें.
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नकारात्मक विचारों व परिणाम की चिंता से खुद को अलग रखें.
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जीएस-I व जीएस- II के प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़ें, प्रत्यक्ष/ अप्रत्यक्ष मांगों को चिह्नित करने के साथ उसके वेटेज का भी अनुमान लगा लें.
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सरल व सहज भाषा में उत्तर दें.
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प्रश्नों में जरूरत के अनुसार मैप, ग्राफ, पाइ चार्ट, टेबल, फ्लोचार्ट आदि का इस्तेमाल जरूर करें.
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हर निबंध के लिए 10-15 मिनट का समय रखें.
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परीक्षा के दौरान प्रश्न के उत्तर नहीं जानने या कम जानने पर भी हर संभव लिखने की कोशिश करें.
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आखिरी वक्त में बरती जाने वाली ये सावधानियां आपकी सफलता के राह को सुगम बना देगा.
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जीएस पेपर-1
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खंड-1 : इतिहास के प्रश्न रहेंगे. प्रथम प्रश्न अनिवार्य व शॉर्ट नोट्स प्रवृति का रहेगा. दूसरे व तीसरे प्रश्नों के लिए एक-एक विकल्प रहेगा. कुल तीन प्रश्नों के उत्तर लिखने होंगे.
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खंड-2 : करेंट अफेयर्स व अंतरराष्ट्रीय संबंध का प्रश्न रहेगा. प्रथम प्रश्न अनिवार्य व शॉर्ट नोट्स प्रवृति का रहेगा. दूसरे व तीसरे प्रश्नों के लिए एक-एक विकल्प रहेगा. तीन प्रश्नों के उत्तर लिखने होंगे.
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खंड- 3: सांख्यिकी विश्लेषण (डीआइ) के प्रश्न रहेंगे. प्रथम प्रश्न अनिवार्य तथा शॉर्ट नोट्स प्रवृति का होगा. दूसरे प्रश्न के लिए एक विकल्प रहेगा. दो प्रश्नों के उत्तर लिखने होंगे.
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जीएस पेपर-2
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खंड-1: भारतीय राजनीति के प्रश्न. प्रथम प्रश्न अनिवार्य व शॉर्ट नोट्स प्रवृति का रहेगा. दूसरे व तीसरे प्रश्नों के लिए एक-एक विकल्प रहेगा. तीन प्रश्नों के उत्तर लिखने होंगे.
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खंड-2: भारतीय अर्थव्यवस्था व भूगोल के प्रश्न रहेंगे. प्रथम प्रश्न अनिवार्य व शॉर्ट नोट्स प्रवृति का रहेगा. दूसरे व तीसरे प्रश्नों के लिए एक-एक विकल्प रहेगा. तीन प्रश्नों के उत्तर लिखने होंगे.
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खंड-3: विज्ञान व प्रौद्योगिकी के प्रश्न रहेंगे. प्रथम प्रश्न अनिवार्य तथा शॉर्ट नोट्स प्रवृति का होगा. दूसरे प्रश्न के लिए एक विकल्प रहेगा. दो प्रश्नों के उत्तर लिखने होंगे.
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निबंध पेपर:
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खंड-1: इस खंड में चार-पांच टॉपिक्स जैसे कला, साहित्य, दर्शन आदि में से किसी एक विषय पर निबंध लिखना होगा.
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खंड-2: इस खंड में 4-5 टॉपिक्स जैसे विज्ञान, प्रौद्योगिकी, आपदा, सामाजिक-आर्थिक आदि विषयों में से किसी एक विषय पर निबंध लिखना होगा.
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खंड-3: इस खंड में बिहार के संदर्भ में चार-पांच विषयों जैसे प्रसिद्ध लोकोक्तियां, शिक्षा, सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियां, काल, संस्कृति आदि विषयों में से किसी एक विषय पर निबंध लिखना होगा.