शनिवार को पटना के 35 परीक्षा केंद्रों समेत प्रदेश के 31 जिला मुख्यालयों के 480 परीक्षा केंद्रों पर एकीकृत 69वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित हुई. दोपहर 12:00 बजे से दोपहर 02:00 बजे तक आयोजित इस परीक्षा के लिए 2,70,412 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. जिनमें से 60 से 65 फीसदी के बीच उपस्थिति रही.
प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गये थे, जिनसे परीक्षा के दौरान जिला मुख्यालय एवं आयोग कार्यालय के कंट्रोल रूम से लाइव स्ट्रीमिंग की व्यवस्था की गयी थी. इसी के दौरान एक दूसरे से मिला कर प्रश्न हल करने वाले दो अभ्यर्थी पकड़ गये जिनमें एक महिला और एक पुरुष अभ्यर्थी शामिल थे.
ये दोनों सारण के लोकमान्य हाईस्कूल के कमरा संख्या छह में बैठ कर परीक्षा दे रहे थे . इनमें महिला अभ्यर्थी पुरुष अभ्यर्थी के प्रश्न पुस्तिका से से अपने प्रश्न पुस्तिका के प्रश्न क्रम संख्या को मिलाकर ओएमआर शीट पर दर्ज उत्तर का नकल कर रही थी और पुरुष अभ्यर्थी भी इसमें सहयोग कर रहा था.
स्क्रीन मॉनिटरिंग के दौरान बीपीएससी कार्यालय में बने कंट्रोल रूम में बैठे बीपीएससी के सचिव रवि भूषण व अन्य अधिकारियों का ध्यान जैसे ही इस लाइव फुटेज की ओर गया, उन्होंने मोबाइल पर उसकी तस्वीर ले ली. उसके बाद कंट्रोल रुम से परीक्षा केंद्र पर फोन कर इसकी सूचना दी गयी. लेकिन रुम नंबर छह का वीक्षक उन दोनों को नहीं ट्रेस कर पा रहा था. इससे उसके भी मिलीभगत की आशंका बीपीएससी के वरीय अधिकारियों को हुई.
फिर वहां तैनात एडीएम को इसकी सूचना दी गयी और केंद्राधीक्षक से खुद जाकर दोनों परीक्षार्थियों को परीक्षा से बाहर करने को कहा गया. बाद में केंद्राधीक्षक ने परीक्षा कक्ष में जाकर पुरूष अभ्यर्थी को बाहर निकाला और बाद में बीपीएससी कंट्रोल रुम के निर्देश पर महिला अभ्यर्थी को भी परीक्षा कक्ष से बाहर कर दिया गया.
बीपीएससी के अधिकारियों के निर्देश पर साबित कदाचार के आधार पर दोनों को परीक्षा से निष्कासित कर दिया गया. साथ ही उस कक्ष के वीक्षक पर भी मिलीभगत के लिए एफआइआर दर्ज कराने का निर्देश स्थानीय अधिकारियों को दिया गया.
बता दें कि परीक्षा प्रारंभ होने के दो घंटा पहले अभ्यर्थियों का सुबह 10 बजे से परीक्षा केंद्र में प्रवेश आरंभ हो गया. उनके सामान को परीक्षा केंद्र के मुख्य प्रवेश द्वार के सामने स्थित कमरे में ही रखवा लिया जा रहा था. इसमें बैग और मोबाइल ही नहीं बल्कि घड़ी और खाने पीने की चीजें भी शामिल थी. पानी की बोतल भी रैपर निकालने के बाद ही ले जाने दिया जा रहा था ताकि वह बिल्कुल पारदर्शी हो जाये.
परीक्षा प्रारंभ होने के एक घंटा पहले दोपहर 11 बजे में परीक्षा केंद्र में प्रवेश पूरी तरह बंद कर दिया गया. परीक्षा केंद्र के आसपास सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था दिखी ओर जैमर भी हर केंद्र पर लगाया गया था.
प्रत्येक परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों की पहचान के लिए बायोमैट्रिक एटेंडेंस और फेसिअल रीकोगनिशन की व्यवस्था की गयी थी और ओएमआर शीट का बार कोड भी स्कैन किया गया. नालंदा के एक केंद्र समेत कुछ केंद्रों पर 15 से 20 मिनट तक देर से परीक्षा शुरू हुई थी जहां यह उतने ही देर से समाप्त भी हुई.
Also Read: बिहार में आंधी-बारिश से कहीं पेड़ गिरे तो कहीं घर हुआ क्षतिग्रस्त, जानें आने वाले दिनों का मौसम पूर्वानुमान